मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज शहर के गौशाला चौक स्थित श्रीगोपाल गौशाला में रविवार को गोपाष्टमी को लेकर प्रतिमा स्थापित पूजा अर्चना किया गया। कोरोना संकट को देखते हुए साधारण तरीके से सिर्फ पूजा अर्चना किया गया। गोपाल गौशाला के सदस्य बिनोद बाफना ने पूजा पर बैठ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन किया।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने जिस दिन से गायों को पालन करना शुरू किया था। उसी दिन को गोपाष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। गायों को जननी के रूप में माना जाता है। पृथ्वी का स्वरूप भी गाय का ही स्वरूप होता है। गोपाष्टमी पर्व धर्म के प्रतीक के रूप में है। जब भगवान श्रीकृष्ण स्वयं गायों की सेवा पूजा-अर्चना कर सकते हैं तो हमें भी गायों की सेवा पूजा-अर्चना और उनकी देखभाल एक सदस्य की तरह करनी चाहिए।
गोपाष्टमी के दिन सुबह से ही भक्तों की भीड़ गौशाला में गायों की सेवा पूजा-अर्चना में लगी रही। इसके साथ ही कस्बे में भी घर-घर गायों की पूजा-अर्चना कर गोपाष्टमी पर्व मनाया गया। मौके पर उपाध्यक्ष ॠषिदेव प्रसाद यादव, सचिव इंद्रचंद्र जैन बोथरा, कोषाध्यक्ष बिनोद करणानी, सदस्य ब्रह्मानंद जायसवाल, रामजी प्रसाद साह, रामचंद्र राय, शंभू प्रसाद साह, रामकुमार साह, अशोक कुमार साह, मनीष कुमार, अमित, प्रमोद करनानी, सजन कुमार अग्रवाल, विकाश आनंद सहित कई लोग उपस्थित रहे।