कुसहा त्रासदी का ज़ख्म आज भी ताजा : बोले मतदाता-पुल नहीं तो वोट नहीं

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मिथिलेश कुमार
संवाददाता
मुरलीगंज, मधेपुरा

मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : प्रखंड के अंतर्गत रघुनाथपुर पंचायत के भेलाही वार्ड 6 स्थित बैंगा नदी का ध्वस्त पुल 12 वर्ष बाद भी निर्माण नहीं होने से आक्रशित ग्रामीणों ने गुरुवार को शासन और प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की, साथ हीं आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने की बात कही है।

आक्रोशित लोगों ने कहा कि एक समय में मीरगंज रेलवे ढाला के पास से निकलने वाली सड़क रतनपट्टी, भेलाही, रघुनाथपुर, डुमरिया, कोल्हायपट्टी, रजनी, प्रताप नगर सहित दर्जनों गाँव के लोगों के लिए लाइफ लाइन थी। लेकिन वर्ष 2008 के कुसहा त्रासदी में बैंगा नदी पुल के ध्वस्त हो जाने के बाद से लोगों को एनएच और एसएच मुख्य सड़क पर जाने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ता है। खासकर क्षेत्र के लोगों को बरसात के मौसम में काफी परेशानी होती है। मजे की बात तो यह है कि रतनपट्टी भेलाही मौड़ से ध्वस्त पुल तक लगभग दो किलोमीटर सड़क की स्थिति वर्षों से जर्जर और जानलेवा बनी हुई है। इतना ही नहीं पहले मुरलीगंज बिहारीगंज एसएच रोड तक जाने के लिए महज एक किलोमीटर की दूरी पड़ती थी। लेकिन पुल ध्वस्त होने के बाद से लगभग छः किलोमीटर दूरी तय करना पड़ता है। जिससे प्रखंड मुख्यालय और स्वास्थ्य केन्द्र तक जाने के लिए भी काफी परेशानी होती है।

ग्रामीणों ने बताया कि दुखद बात यह है कि जब से लाइफ लाइन का संपर्क टुटा है तब दूसरे गाँव के लोग भेलाही में शादी विवाह करने से भी परहेज करने लगे हैं। बरसात के दिनों में बच्चों की पढ़ाई, नदी के दूसरे भाग से अनाज लाने, एक दूसरे गाँव में आवाजाही करने में काफी परेशानी होती है। लोगों ने बताया कि सड़क और ध्वस्त पुल निर्माण को लेकर कई बार सांसद, विधायक, बिहार सरकार के मंत्री और वरीय पदाधिकारियों के पास गुहार लगाई गई। लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन दिया गया है। इसलिए अगर जल्द इस दिशा में पहल नहीं किया गया तो आगामी विस चुनाव में वोट बहिष्कार किया जाएगा, साथ हीं उससे भी अगर प्रतिनिधि और पदाधिकारी ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में प्रखंड मुख्यालय में तमाम ग्रामीण आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी सारी जवाबदेही शासन और प्रशासन की होगी।

मौके पर पूर्व सरपंच अमोल कुमार आलोक, वार्ड सदस्य जसिन्धर कुमार, संजय यादव, मंटू यादव, पन्ना लाल ऋषिदेव, अनोज यादव, विपिन शर्मा, सुशांत कुमार सुड्डू, ललन भारती, राजीव कुमार, रविन्द्र यादव, प्रमुख यादव, ललटू यादव, गौतम यादव, राजकुमार यादव, सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।


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