नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या :8544421522 , 06476-222048, 222049, 222050
मधेपुरा/बिहार : कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की परेशानी एवं उनका हाल-चाल जानने के लिए सदर अस्पताल परिसर स्थित आयुष्मान भारत के कार्यालय में जिला कोविड 19 नियंत्रण कक्ष बनाया गया था, जहां जगह कम होने के कारण जिला नियंत्रण कक्ष को आयुष्मान भारत कार्यालय से हटाकर सदर अस्पताल के सभागार को जिला कोविड 19 नियंत्रण कक्ष बना दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को होने वाली परेशानी की जानकारी के लिये तथा अन्य लोगों के लिये, जिन्हें कोरोना से संबंधित किसी तरह की जानकारी चाहिये या उन्हें कोई शिकायत करनी हो, इसके लिये सदर अस्पताल में जिला कोविड 19 नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, साथ ही जिला प्रशासन ने नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 8544421522 , 06476-222048, 222049, 222050 भी जारी कर दिया है।
इस नियंत्रण कक्ष में कोई भी व्यक्ति कभी भी कोरोना से संबंधित जानकारी ले सकता है। इस नियंत्रण कक्ष से संक्रमित या संदिग्ध व्यक्ति डॉक्टर के द्वारा कॉउंसलिंग, दवाई की जानकारी, जांच की सुविधा समेत अन्य सुविधा के बारे में जानकारी ले सकता है।
शिकायत दर्ज करा सकते हैं कोरोना संक्रमित मरीज : सदर अस्पताल एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाजरत कोरोना संक्रमित मरीजों को भी अगर किसी तरह की परेशानी हो रही है तो वे भी यहां शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही साथ नियंत्रण कक्ष से सभी कोरोना संक्रमित मरीज को फोन किया जायेगा एवं उनकी स्थिति की जानकारी ली जायेगी। नये कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि होने पर नियंत्रण कक्ष से फोन करके, संक्रमित मरीज होम क्वॉरेंटाइन होंगे या फिर मेडिकल कॉलेज जायेंगे, इसकी भी जानकारी ली जायेगी, जो लोग होम क्वॉरेंटाइन रहेंगे, उन्हें फोन करके दवाई एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जायेगी। संक्रमित मरीज जब तक स्वस्थ नहीं हो जाते हैं तब तक उन्हें नियंत्रण कक्ष से फोन करके उनसे लगातार उनसे जानकारी ली जायेगी। आम लोग भी कोरोना संक्रमण से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी नियंत्रण कक्ष से ले सकते हैं।
एक हजार के करीब पहुंचा कोरोना संक्रमित व्यक्ति का आंकड़ा: जिले में अब तक नौ सौ 35 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। वहीं इनमें से छह सौ सात लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। साथ ही तीन सौ 28 लोग अभी इलाजरत है, जिसमें कुछ लोग जननायक करपुरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाजरत हैं तथा अन्य लोग राज्य के अन्य अस्पतालों के साथ-साथ होम कोरेंटीन में भी हैं। 21 मार्च से छह अगस्त तक सदर अस्पताल द्वारा लगभग 15425 लोगों का सैंपल जांच के लिये भेजा गया। बुधवार की रात्रि सदर अस्पताल द्वारा 1055 लोगों का सैंपल जांच के लिये भेजा गया था, जसमें से गुरुवार को 36 लोगों रिपोर्ट पॉजिटिव आया है।
इस बाबत सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डा सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी व्यक्ति में बुखार, सर्दी, खांसी एवं बुखार जैसी लक्षण दिखने पर सबसे पहले उस व्यक्ति का थर्मल स्क्रीनिंग किया जाताा है, थर्मल स्क्रीनिंग के उपरांत व्यक्ति को संदिग्ध पाया जाता है तो तुरंत उस व्यक्ति का सैंपल जांच के लिये भेजा जाता है। अगर किसी व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो उन्हें इलाज के लिये जननायक ठाकुर मेडिकल कॉलेज में बने आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जाता है या फिर होम कोरेंटीन टाइम में रखा जाता है, स्वस्थ होने पर उन्हें वहां से मुक्त कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जागरूक ही कोरोना से बचने के उपाय है।