मधेपुरा/बिहार : जिले में लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है, सड़क पर आवाजाही अब कम हो गई है, दिन में वीरानगी छाई रही, हालांकि शाम होते ही कुछ लोग आवश्यक सामग्री की खरीददारी को लेकर घरों से बहार आ रहे हैं। इस दौरान पुलिस लगातार सक्रिय रहती है, जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी के लिये चहलकदमी कर रहे हैं, जिले में बनाये गये दर्जन भर चेक प्वाइंट पर वाहनों की जांच की जा रही है, नियम का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस लाठी भी चटका रही है, उठक-बैठक भी कराया जा रहा है। पुलिस अधिकारी एवं जवान बाजार में जाकर खरीददारी करने वाले लोगों को दूरी बनाकर रहने की सलाह दे रहे हैं, शहर के प्रवेश द्वार सहित कई जगहों पर चेक प्वाइंट बनाया गया है। यहां पर पुलिस अधिकारी के अलावे जवानों की भी तैनाती की गई है, सभी जगहों पर वाहनों की जांच के साथ-साथ वाहनों से सफर करने वाले लोग मास्क का उपयोग कर रहे हैं कि नहीं इसकी भी जांच की जा रही है, मास्क का उपयोग नहीं करने वाले व्यक्ति से जुर्माना वसूला जा रहा है।
पुलिस अधिकारी के सामने नियमों की धज्जी उड़ा रहे हैं दुकानदार : जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक सामग्री वाले दुकानदारों को भी दुकान खोलने के लिये समय तय कर दिया गया है, इसके बावजूद कई दुकानदार लॉकडाउन एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी किये गये निर्देश का खुलेआम धज्जि उड़ा रहे हैं एवं तय समय सीमा के बाहर भी दुकान खुले रखते हैं, साथ ही पुलिस प्रशासन के सुस्त रवैया एवं दुकानदारों में पुलिस का डर ना होने के कारण मुख्य बाजारों के सड़क किनारे भी कई ठेले वाले ठेला लगाकर फल एवं सब्जी बेच रहे हैं, मुख्य बाजारों में सड़क किनारे पुलिस अधिकारियों के सामने कुछ दुकानदार लॉकडाउन एवं जिला प्रशासन के द्वारा जारी किये गये निर्देशों को ताक पर रखकर दुकान चला रहे हैं एवं नियमों की धज्जि उड़ा रहे। सड़क किनारे ठेला लगे रहने एवं दुकान खुले रहने के कारण लोग नियमों का उल्लंघन करते हुये दुकानों पर भीड़ लगाकर सामानों की खरीदारी करते हैं। इन भीड़ में कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो कोरोना विस्फोट होने की संभावना हो सकती है, इसके लिये मुख्य बाजारों समेत गली-मोहल्लों में पुलिस को और सख्त होने की जरूरत है।
बिना मास्क पहने सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं लोग : जिले में जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के द्वारा इतनी शक्ति के बावजूद भी कुछ लोग लोगों का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं। कई लोग बिना मास्क पहने सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं, हालांकि पुलिस प्रशासन की नजर पड़ने पर उन पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन लोग अब तक कोरोना संक्रमण को हल्के में ले रहे हैं तथा जिले की स्थिति को नहीं समझ रहे हैं। जिला प्रशासन ने लोगों को साफ निर्देश दिया कि अगर उन्हें बहुत जरूरी कार्य है तो ही घर से बाहर निकलें, वरना अपने घरों में रहें। वहीं उन्हें किसी कार्य से घर से बाहर निकलने की जरूरत पड़ती है तो मास्क का उपयोग जरूर करें। उन्होंने कहा कि लोगों की अपनी जागरूकता उनके अपनों एवं आसपास के लोगों के लिये सुरक्षा होगी।
कहीं भी न लगायें भीड़, कोई भी व्यक्ति हो सकता है कोरोना संक्रमित : दिन में तो सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम दिखती है लेकिन सुबह बाजार खुलने के समय छह बजे से लेकर 10 बजे तक एवं शाम के चार बजे से लेकर सैट बजे तक लोगों की भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ती है। सुबह और शाम में सड़कों पर बिना मास्क पहने लोगों को एवं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जी उड़ाने वाले लोगों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें कोरोना का कोई भय नहीं है। ऐसे लोगों के नासमझी के कारण उनके संपर्क में आने वाले लोगों को उनका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ऐसे लोगों को यह समझने की जरूरत है कि बाजार में घूमने वाले एवं उनके आसपास भीड़ लगाने वाले लोगों में से कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो सकता है, जिससे आसपास के लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।
निर्देश का पालन नहीं करने पर होगी कड़ी कार्रवाई : लॉक डाउन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सख्त है। जिला प्रशासन द्वारा सभी जगह पर तैनात अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को साफ निर्देश दिया गया है कि किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ल ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिया है कि बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर कार्रवाई करने में कोई कोताही ना बरतें। उन्होंने कहा है कि अगर कोई सड़क पर आवागमन करते देखा जाता है तो उनसे उनके आने-जाने का कारण पूछे, अगर कारण सही है तो उसे जाने दे, अन्यथा उन पर उचित कार्यवाही करें। वहीं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने भी सभी थानों को साफ निर्देश दिया है कि चौक-चौराहों सहित गली मोहल्लों में भी पुलिस बल के द्वारा गस्ती किया जाय, अगर कोई भी व्यक्ति लॉक डाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते पाये जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाय।