नालंदा/बिहार: जिला सदर अस्पताल बिहारशरीफ में उस वक्त अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया जब एक व्यक्ति खुद को चादर में लपेटे और मुंह में मास्क लगाए सदर अस्पताल पहुंचा और खुद को करोना वायरस से पीड़ित होने की बात कहीं।
बताया जाता है कि नौरंगा गांव के निवासी गौतम कुमार पिता उमेश राम बुधवार को अचानक बिहारशरीफ सदर अस्पताल इलाज हेतु पहुंचे और मुंह पर मांस लगा रखा था। अस्पताल पहुंचने के बाद उन्होंने डॉक्टरों से अपने अंदर करोना वायरस होने की सारी लक्षण को बताया। जिसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। परिजनों ने बताया कि गौतम कुमार दिल्ली और हरियाणा में मजदूरी का काम करता था और 4 मार्च को वह अपने गांव वापस लौटा था इसी बीच उसे बुखार, गले में दर्द, खांसी और कई अन्य तरह की समस्या उत्पन्न होने लगी, मरीज ने बिंद में एक निजी क्लीनिक में इलाज कराया तो डॉक्टरों ने उसे करोना होने की बात कहीं, जिसके बाद परिवार में दहशत का माहौल हो गया और आनन-फानन में उसे बिहार शरीफ सदर अस्पताल इलाज हेतु लाया गया।
गौतम कुमार की शादी शहर के सोह सराय में हुई है और इलाज में उनके ससुर दिनेश राम भी अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर देवनंदन प्रसाद की मानें तो करोना का संदिग्ध मरीज गौतम का इलाज किया जा रहा है, खून की जांच कराई जा रही है तभी कहा जा सकता है कि करोना वायरस है या नहीं। मरीज के बीच करोना वायरस नहीं कहा जा सकता है जब तक खून की जांच की रिपोर्ट की पुष्टि नहीं हो जाती है तब तक बताना असंभव है।
समाचार संकलन तक मरीज की जांच चल रही थी, लेकिन सबसे आश्चर्य की बात यह रही कि जब यह मरीज ने खुद अपने आप को करोना वायरस से पीड़ित बताया तो अस्पताल में मरीज के साथ मौजूद रह रहे रिश्तेदारों ने अपने मुंह पर हाथ रखकर तेजी के साथ अस्पताल छोड़ कर भाग खड़े हुए और कुछ समय के लिए सदर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।