मधेपुरा/बिहार : सोमवार को एनएसयूआई ज़िलाध्यक्ष निशांत यादव ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि बीएड एंट्रेंस परीक्षा में आवेदन के अंतिम तिथि में स्नातक तृतीय खंड का परिणाम जारी किया गया, लेकिन उनमें भी चार हजार छात्रों के परिणाम को पेंडिंग कर दिया गया है। मतलब साफ है कि हजारों छात्र बीएड एंट्रेंस में शामिल होने से वंचित रह जाएंगे, यह विश्वविद्यालय प्रशासन की कोई पहली चूक नहीं है।
बीएनएमयू प्रशासन के लापरवाही के इस तरह के कई उदाहरण है। कई बार छात्रों के भविष्य के साथ खेलने के वाबजूद विश्वविद्यालय प्रशासन खुद में कोई सुधार नहीं कर रहा है। परीक्षा, परीक्षा परिणाम एवं नामांकण में सुधार की बात हर दिन किया जा रहा है, लेकिन परिणाम शून्य है। बीएनएमयू प्रशासन ने अगर जल्द छात्रों के भविष्य के साथ खेलना बंद नहीं किया एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाई नहीं किया तो जल्द सभी छात्र संगठनों का बैठक कर चरणबद्ध आंदोलन का बिगुल फुका जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी विश्वविद्यालय प्रशाषन की होगी।
निशांत यादव ने कहा कि एक बार फिर बीएनएमयू परीक्षा विभाग के लापरवाही के कारण हजारों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है। बीएनएमयू प्रशासन की आदत हो गयी है, छात्रों के भविष्य को बर्बाद करना एवं छात्रनेताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज करना, जिसे हमलोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।