मधेपुरा : छीन गया गरीबों के मुंह से निवाला, बीडीओ से अनाज दिलाने की गुहार

फोटो : प्रखंड कार्यालय में मौजूद लाभुक
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पूर्व से मिल रहे लाभार्थियों का राशन हो गया बंद

दर्जनों लाभुक प्रखंड कार्यालय का लगा रहे हैं चक्कर

कौनैन बशीर
वरीय उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : खाद्य आपूर्ति विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। लाभुकों को पूर्व से मिल रहे राशन अब नहीं मिल रहा है। यह आलम जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। लश्करी ग्राम पंचायत के दर्जनों राशन कार्डधारी लाभुक सदस्यों का नाम आधार कार्ड से लिंक नहीं होने पर नाम डिलीट होने से राशन से वंचित हो गए हैं।

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ज्ञात हो कि उपभोक्ताओं का राशनकार्ड निरस्त कर दिए जाने से राशन उपभोक्ता के सामने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। मायूस उपभोक्ता का कार्ड निरस्त होने से महंगे दामों पर राशन खुले बाजारों से खरीदना पड़ रहा है। इस बाबत लश्करी पंचायत अन्तर्गत वार्ड संख्या 10 के दर्जनों लाभार्थियों ने प्रखंड कार्यालय पहुँचकर बीडीओ को आवेदन देकर विगत दो माह से अनाज नहीं मिलने की शिकायत की है। बताया जाता है कि पाॅश मशीन डीलर और उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बन गई है। इससे परेशान लश्करी पंचायत के वार्ड संख्या 10 के शम्भू ऋषिदेव,चंदो ऋषिदेव, हिरनी देवी, बद्री ऋषिदेव, जद्दू ऋषिदेव, विजय ऋषिदेव, सुरेन ऋषिदेव, बहादुर ऋषिदेव, बुधनी देवी, बीजो ऋषिदेव, कविता देवी सहित दर्जनों उपभोक्ता ने बीडीओ मुर्शिद अंसारी से शिकायत कर कहा कि स्थानीय डीलर ने हम लोगों से दो माह पूर्व ही राशन कार्ड जमा करवा लिया है। तब से हम गरीब लोगों को अनाज नहीं मिल रहा है। मौजूद लाभुकों की शिकायत थी, कि पाॅश मशीन उपयोग किए जाने से स्थानीय डीलर तरह-तरह की तकनीकी त्रुटि बताकर राशन देने में बहानेबाजी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर देने के बाद भी इस तरह के उलझंनो का सामना करना पड़ रहा है।

बताया जाता है कि विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी नहीं दिए जाने के कारण इस तरह की समस्या पैदा हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थिति में उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड में पहले तो परिवार के सभी सदस्य का नाम जोड़कर कार्ड जारी किया गया था। पूर्व से राशन मिलने के उपरांत अब आधार कार्ड से जोड़ने के नाम पर लाभुक का नाम डिलीट किया कर दिया है।

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