चौसा/मधेपुरा/बिहार : मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम से बच्चे आपात स्थिति का सामना करने लगे हैं। इससे बच्चों में आपदा से निपटने और खतरों से जुझने की दक्षता विकसित हो रही। लिहाजा भविष्य में सुरक्षित समाज का निर्माण संभव है।
उक्त बातें उत्क्रमित उर्दू माध्यमिक विद्यालय, पैना के प्रधानाध्यापक तेजनारायण साह ने कही। वे आज रविवार को विद्यालय में आयोजित “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” से बच्चों को अवगत करा रहे थे। उन्होंने कहा कि महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा के फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल तथा रीणा कुमारी इस कार्यक्रम के चौसा प्रखंड के आईकाॅन हैं। अवकाश के दिनों में भी वे विशेष आग्रह पर पैना पधारे। लिहाजा विद्यालय परिवार उनका स्वागत करता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथि फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विद्यालय में सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से बच्चे आपदा प्रबंधन, हजार्ड हंट, सड़क सुरक्षा सहित विभिन्न प्रकार के खतरों का सामना करने के लिए तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे चाहे किसी विद्यालय के हों वे देश के भविष्य हैं। इसलिए रविवार के दिन वे उर्दू विद्यालयों में अपना अनुभव बांट रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने कुपोषण, बिजली से घात, आग से बचने का तरीका, बाल अधिकार, बाल शोषण तथा गुड टच और बेड टच के बारे में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जानकारी दी।
मौके पर प्रधानाध्यापक तेज नारायण साह, महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा की फोकल शिक्षिका रीणा कुमारी, शिक्षक दिनेश राम, मोहम्मद नौशाद अली, उमेश पासवान, मोहम्मद शमशेर आलम, शिक्षिका बीबी गुलसनोवर, शादां फिरदोस सहित बड़ी संख्या में छात्र -छात्राएं उपस्थित थे ।