दरभंगा/बिहार : संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ अभियान के तत्वावधान किलाघाट चौक पर धरना-प्रदर्शन आज सातवें दिन भी जारी रहा।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी एकजुटता और सीएए, एनआरसी एवं एनआरपी के प्रति अपना विरोध दर्ज कराते हुए केंद्र सरकार की जमकर निंदा की, विरोध में नारे लगाए। शुक्रवार की शाम पूर्व अध्यक्ष जेएनयू, पूर्व अध्यक्ष आइसा, भाकपा(माले)के केंद्रीय कमिटी की सदस्य सुचिता डे किलाघाट पहुंचकर प्रदर्शनकारियों का हौसला अफजाई किया।
श्रीमती डे ने अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इस देश की मिट्टी में वो ताकत है जिससे अंग्रेजों को खदेड़ दिया गया और वो भाग खड़े हुए। उन्होंने क्रांतिकारी भाषण में केंद्र की सत्ता को ललकारते हुए कहा कि आम जनता को कमज़ोर न समझो, जनांदोलन में वो शक्ति है जिसने बड़े बड़े तानाशाहों के होश ठिकाने लगा दिए हैं, और उखाड़ फेंका है। सभा को मनोज भारती ने भी संबोधित किया।
इससे पूर्व शुक्रवार की सुबह धरना स्थल पर सामूहिक तौर पर कुरान की तिलावत की गई और देश में शांति, सौहार्द और भाईचारे की स्थापना के लिए दुआ की गई। वहीँ आज जुमे की नमाज़ के बाद तकरीबन सभी मस्जिदों में मुल्क की सलामती व तरक्की, अमन, आपसी भाईचारे के साथ साथ सीएए, एनआरसी से निजात की दुआ की गई।
सातवें दिन भी अभियान के सक्रिय सदस्य प्रदर्शनकारियों के साथ अपना विरोध जताते दिखे, जिनमें नफीसुल हक रिंकू, रुस्तम कुरैशी, रियाज खान कादरी, एडवोकेट मुमताज आलम,जहांगीर कुरैशी, इंजीनयर इश्तेयाक आलम पप्पू, शाहिद अतहर, अर्शी अंसारी, पार्षद रियासत अली, मुन्ना अंसारी, सय्यद आफताब अशरफ, मकसूद आलम पप्पू खान, नेयाज अहमद, डॉक्टर राहत अली, मोहम्मद उमर, अकरम सिद्दीकी, कैश अहमद खान, डॉ. इमामुल हक़ इमाम, इरशाद आलम, पप्पू खान, जावेद खान, शमसुजुहा खान, राजू खान, परवेज़ रजवी, मोहम्मद हसनैन, आस मोहम्मद, गुलाम मोहम्मद, सय्यद साजिद अली सज्जू, अमानुल्लाह अंसारी उर्फ़ हीरा बदरे आलम पूर्व पार्षद, लईक मंजर वाजदी, नसीम अहमद दीप, दुलारे, ख्वाजा फरिदुदीन रुस्तम, रज़ाउल्ला अंसारी, आरज़ू अरूफ, सय्यद खालिकुज्जमा पप्पू, गुलाम मोहम्मद, नवाब अख्तर, जीशान फारुकी, जावेद करीम, मोहम्मद नौशाद, इकराम अली आदि प्रमुख हैं।