दरभंगा/बिहार : कहते है इश्क़ न जाति देखती है और न धर्म लेकिन वो सच्ची वाली इश्क़ होनी चाहिए। समय के अनुसार मुहब्बत और इश्क़ की परिभाषा भी अब बदल गई है। आज चौकाने वाली एक घटना ने तो यही साबित कर दिया है।
प्राप्त सूचना अनुसार बंधन तोड़कर प्यार करने वाले एक प्रेमिका को शनिवार को चलती बस में छोड़कर प्रेमी फरार हो गया। दर-दर भटकते हुए प्रेमिका एसएसपी बाबूराम के निवास पर पहुंच गई। एसएसपी उसकी आपबीती सुन अचंभित रह गए। पीड़िता ने बताया कि वह भागलपुर जिले की रहने वाली है। वर्तमान में पटना में रहकर पढ़ाई कर रही थी जहां मधुबनी जिले के भैरवस्थान थाना क्षेत्र के हैठीबाली गांव के निखिल कुमार झा भी पढ़ाई कर रहा था। दोनों दो जाति के होने के बावजूद भी आपस में गहरा प्रेम करने लगे। देखते ही देखते दोनों पढ़ाई छोड़ वैवाहिक जीवन व्यतीत करने का सपना देखने लगे। प्रेमी भी शादी करने को आमादा था। ऐसी स्थिति में प्रेमिका अपने परिजनों से बगावत कर प्रेमी के साथ सात फेरे लेने को बेचैन रहने लगी।
शुक्रवार को दोनों पटना से फरार होकर रास्ते में शादी की और पीड़िता अपने प्रेमी पति के साथ ससुराल पहुंच गई। जहां ससुराल वाले को जैसे ही दूसरी जाति की लड़की से शादी रचा कर घर ले आने की जानकारी मिली तो सबसे पहले प्रेमी से बने दूल्हे की पिटाई कर दी और बाद में उसके प्रेमिका को भी मार कर घर से भगा दिया। उस दौरान प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को सात जनम तक जीने मरने का सपना दिखाते हुए दूसरी दुनिया में घर छोड़ रहने का वचन दिया। दोनों अपने घर से बस पकड़कर पटना की ओर रवाना हुए लेकिन बीच रास्ते में ही प्रेमी अपनी प्रेमिका को गच्चा दे दिया और बहाना बनाकर बस से नीचे उतर के फरार हो गया। प्रेमिका इंतजार करती रही, उसके आग्रह पर बस वाले भी काफी देर तक रुके रहे बाद में बस वाले ने दरभंगा लाकर उसे छोड़ दिया। जहां भटकते हुए दरभंगा स्टेशन पहुंची। वहां से लोगों के बताएं गए पता पर वह एसएसपी आवास पहुंची।
एसएसपी नेम उसकी दुखरा सुनने के बाद कार्यालय भेज दिया, जहां नगर एसपी योगेंद्र कुमार ने कार्रवाई करने का भरोसा दिया। पीड़िता के साथ समस्या यह है कि न वह घर जा सकती है और न ससुराल। ऐसी स्थिति में भटकने को फिलहाल मजबूर है।