चौसा/मधेपुरा/बिहार : बच्चे देश के भविष्य होते हैं। उनकी संपूर्ण सुरक्षा समाज की जिम्मेदारी है। डर के साये में बच्चों की परवरिश होगी तो देश में डर का माहौल पैदा होगा। लिहाजा बच्चों के अधिकारों रक्षा और सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी है।
उक्त बातें स्थानीय महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने कही। वे आज शनिवार को विद्यालय में आयोजित सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समुदाय को बाल अधिकारों यथा शिक्षा का अधिकार और बाल मजदूरी से मुक्ति के लिए विद्यालय के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
संकुल समन्वयक विजय कुमार तथा फोकल शिक्षिका रीणा कुमारी ने कहा कि बाल विवाह मानवता के लिए कलंक है। इससे बच्चों को बचाना हम सबका कर्तव्य है। वरीय शिक्षक प्रणव कुमार और फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल ने कहा कि देश में बच्चों के साथ छेड़छाड़ तथा यौन शोषण की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे हिफाजत के लिए बच्चों में ‘गुड टच और बेड टच’ की समझ विकसित करना जरूरी है।
ज्ञातव्य है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायादेश के आलोक में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विद्यालय में सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस निमित्त आज शनिवार को महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा में उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल व रीणा कुमारी ने शिड्यूल के मुताबिक बच्चों को ” बाल अधिकार, बाल विवाह, बाल शोषण तथा बच्चों से छेड़छाड़ की जानकारी दी।
मौके पर प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान,संकुल समन्वयक विजय कुमार, शिक्षक यहिया सिद्दीकी, प्रणव कुमार,मंजर इमाम, भालचंद्र मंडल, फैयाज अहमद, शिक्षिका मंजू कुमारी, नुजहत परवीन,रीणा कुमारी, श्वेता कुमारी सहित बाल संसद के सदस्यगण , बाल प्रेरकगण तथा छात्रगण उपस्थित थे ।