दरभंगा/बिहार : बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष हारून रशीद ने बुधवार को फीता काट कर विवो हेल्थकेयर संस्थान दरभंगा का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया।
इससे पहले अल्लामा इकबाल लाइब्रेरी कॉन्फ्रेंस हॉल में उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया था जिसकी अध्यक्षता डॉ आरआर प्रसाद (अधीक्षक डीएमसीएच दरभंगा) ने की, जबकि विधान परिषद के कार्यवाहक सभापति हारून रशिद मुख्य अतिथि एवं प्रो एम निहाल (निदेशक डब्ल्यूबी आईटी दरभंगा), डॉ विद्या नाथ झा (प्रिंसिपल एमएलएसएम कॉलेज), डॉ मुहम्मद रहमतुल्ला (प्रिंसिपल के एस कॉलेज), डॉ अहमद नसीम आरजु (निदेशक अल हिलाल अस्पताल करम गंज) और सज्जाद अहमद (निदेशक) को विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया। मंच संचालन डॉ अब्दुल मतीन कासमी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में सेंटर हेड अहमद रशीद, निदेशक शाहिद अतहर, डॉ एम आई एच नोमानी ने अतिथियों को गुलदस्ते एवं मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सभापति हारून रशीद ने संस्था के उद्घाटन पर आयोजकों को बधाई दी और उन्हें अच्छे दिल और सेवा की भावना के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने स्थिति की पृष्ठभूमि में पैरा-मेडिकल पाठ्यक्रमों के महत्व को स्पष्ट किया और आशा व्यक्त की कि बिहार प्रांत, जो दुर्भाग्य से सबसे अधिक दवा की खपत है। विभिन्न बीमारियों पर हमला किया जा रहा है और एकमात्र कारण स्वच्छता का ध्यान नहीं रखना है। ऐसे संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र एवं छात्रा लोगों के दुःख को हल्का करने और घावों को ठीक करने में सक्षम होंगे। अध्यक्ष ने प्रतिभागियों से कहा कि समाज के वंचितो की मदद से आगे बढ़ना शिक्षित वर्ग की जिम्मेदारी है और वे अपने सुधार की चिंता करते हैं। प्रोफेसर एम नेहाल ने अपने भाषण में संस्था के समृद्ध भविष्य और सफल यात्रा के लिए भी प्रार्थना की। बड़ों का हवाला देते हुए संस्था के उत्थान के दौरान आने वाली कठिनाइयों का उल्लेख किया और इसे दूर करने का रास्ता बताया। अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ आरआर प्रसाद ने देश और समाज की सेवा के लिए पूरे मनोयोग से एक काव्यात्मक लहजे में काम करने का सुझाव दिया और दिन-रात संस्था के चतुर्दिक विकास के लिए अपनी ईमानदारी से काम करने का सुझाव देते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। धन्यवाद ज्ञापन सज्जाद अहमद (सीईओ मैक्सीमाइंड) से कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर प्रो.शकीर खलीक, एडवोकेट सफी-उर-रहमान राइन, डॉ रिजवान हैदर, डॉ मनज़र सुलेमान, मास्टर नजीर अहमद, असरार-उल-हक लाडले, डॉ हिना आरज़ू, डॉ अकील सिद्दीकी, डॉ अज़हर सुलेमान, डा निसार अहमद, लेईक वाजदी, फ़िरदौस अली एडवोकेट, इरफ़ान अहमद पेदल, जमील अख्तर, डॉ तनवीर अहमद, सिद्दीक़ा खातून,आरती कुमारी एवं मोहम्मद हम्माद सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।