मधेपुरा : विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ का आमरण अनशन शुरू

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के बीएनएमयू इकाई ने आठ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से विवि के धरना स्थल पर आमरन अनशन शुरू किया।

आमरण अनशन पर बैठे महासंघ के नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन संबद्ध डिग्री कॉलेज कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। समस्या समाधान को लेकर कई बार कुलपति व संबंधित अधिकारियों से वार्ता किए, लेकिन आज तक उनलोगाें की मांगें पूरी नहीं की जा सकी है। एक सप्ताह पूर्व विवि प्रशासन को स्मार पत्र के माध्यम से आगाह किया गया था कि संबद्ध कॉलेजकर्मियों के लंबित मांगों को 19 अक्टूबर तक पूरा किया जाए अन्यथा विश्वविद्यालय मुख्यालय में आमरन अनशन किया जाएगा।

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महासंघ के नेताओं ने कहा कि उनलोगों की मांग है कि प्रधानाचार्य या प्राचार्य पद पर कार्यरत की सेवा सामंजित या नियमित किया जाए, विवि में लंबित सेवा सामंजन की प्रक्रिया को पूर्ण का अधिसूचना जारी की जाए, विश्वविद्यालय में लंबित सेवा सामंजन की प्रक्रिया को पूर्ण कर अधिसूचना जारी किया जाए, विश्वविद्यालय द्वारा अनुशंसित पद पर सेवारत वेतन भोगी सहायक प्राचार्य के पद को सृजित मानते हुए इसकी भी सेवा सामंजित संबंधी अधिसूचना जारी की जाए।

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 इसके अलावे कार्यरत शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की सेवा सामंजन संबंधी अधिसूचना जारी करने, पिछला सभी लंबित अनुदान की राशि अविलंब भूगतान करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखने, मूल्यांकन केंद्र संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों में बनाने, विज्ञान प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र भी संबंधन प्राप्त महाविद्यालय को बनाने, विश्वविद्यालय के कामकाज जैसे सारणीय कार्य, परीक्षा फल प्रकाशन कार्य में संबंधन प्राप्त महाविद्यालय के सहायक प्राचार्य को भी लगाया जाए।

मौके पर प्रो देवेंद्र प्रसाद यादव, प्रो लीला कुमारी, प्रो किरण कुमारी, प्रो अर्चना कुमारी, प्रो रत्नाकर भारती, प्रो बिजेंद्र मेहता, प्रो चंदेश्वरी मेहता, प्रो संजय कुमार, प्रो गोपाल प्रसाद यादव, चित्तनारायण यादव, उमेश यादव, अशोक यादव, रामकुमार यादव, दिनेश यादव, प्रो मनोज भटनागर, प्रो श्यामल कुमार सहित अन्य मौजूद थे।


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