कटिहार : बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के बैनर तले शिक्षा मंत्री पुतला दहन

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मुर्शीद आलम
ब्यूरो,कटिहार

कटिहार/बिहार : राज्य में बेरोजगारी के सवाल पर बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के बैनर तले सैकड़ो युवाओं ने स्थानीय जेपी चौक पर  राजद नेता समरेन्द्र कुणाल के नेतृत्व में सुबे के शिक्षा मंत्री कृष्ण नन्द वर्मा का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया।

विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग बेरोजगार बाहरी राज्यों का नियोजन बन्द करो शिक्षक पद के सभी रिक्तियों पर नियोजन करो बेरोजगारों को ठगना बन्द करो हम बिहारी भाई भाई लड़ कर लेंगे नौकरी भाई, बिहार में शिक्षक नियोजन में डोमिसाइल नीति लागू करो जय जय जय बिहार का नारा लगा रहें थें।

इस अवसर राजद नेता सह बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के संरक्षक समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि  बिहार टीईटी शिक्षक नियोजन रोजगार के नाम पर  खानापूर्ति किया जा रहा है। कुणाल ने बताया कि बिहार सरकार एवं श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में एक लाख अस्सी हजार शिक्षकों का पद खाली है जिसमें सिर्फ अस्सी हजार पदों पर नियोजन की ही घोषणा किया गया है, वहीं दूसरी ओर बाहरी राज्यों विशेषकर झारखण्ड बंगाल युपी के लाखों बेरोजगार राज्य शिक्षक नियोजन में आवेदन लिया जा रहा है, जबकि दूसरे राज्यों की नौकरियों में बिहारियों को रोका जा रहा है।

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उन्होने बताया कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है । लोग आवेदन जमा करने के लिए भटक रहें हैं। पंचायत सचिव बाढ़ या कई पंचायतों का प्रभार में व्यस्तता बता रहें हैं। सरकार जानबूझकर ऑन लाईन आवेदन नहीं ले रही है। उन्होने कहा कि पंचायतों में आवेदन के लिए बेरोजगारों की भीड़ खड़ा कर रोजगार देने का चुनावी स्टंट कर रही है। चुकि लगातार बढ़ती बेरोजगारी के कारण बेरोजगारों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होने ने कहा कि रिक्तियों के अनुसार नियोजन नहीं होने से राज्य के लाखों टीईटी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। कड़ी मेहनत एवं पैसा खर्च कर वर्ष 2011 से शिक्षक नियोजन का इन्तजार कर रहें हैं। सात वर्षो के बीच आवश्यकता अनुसार नियोजन नहीं किया गया। वहीं दूसरे राज्यों के टीईटी अभयर्थियों की भीड़ बढ़ रही है। नतीजतन बिहार के  टीईटी अभयर्थियों के लिए गम्भीर स्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होने बताया कि वर्ष 2011 के 90 हजार नियोजन में तीस हजार बेरोजगारों दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था। जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहारी अभ्यर्थियों पर रोक लगा दिया गया है। कुणाल ने कहा कि झारखण्ड के तर्ज पर सुबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे राज्य सरकार अन्यथा  आन्दोलन और तेज किया जाएगा। उन्होने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्रि मांगों को यथा राज्य के नौकरियों में बाहरी राज्यों को रोकने के लिए झारखंड की तरह बिहार में भी डोमिसाइल नीति लागू करे सरकार, 2011 से 2019 के बीच खाली तमाम एक लाख अस्सीज हजार पदों पर नियोजन एवं ऑन लाईन आवेदन की माँग को लेकर बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के द्वारा 29 अक्तूबर को पुन:प्रदर्शन किया जाएगा ।

कुणाल ने राज्य के तमाम राजनीतिक दलों से आन्दोलन को समर्थन की अपील किया है। प्रदर्शन को संघ के संतोष गामी एवं सुशान्त कुमार ने संयुक्त रूप से संचालन किया।

इस अवसर पर बिहार टीईटी  बेरोजगार संघ के सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार अभी तक कई जिलों में सही तरीके से रोस्टर भी जारी नहीं किया है, टीईटी अभ्यर्थियो को गाँव गाँव आवेदन करने के लिए परेशान किया जा रहा है, सरकार ऑन लाईन रिजल्ट देने की बात कह रही है लेकिन ऑन लाईन आवेदन नहीं लिया जा रहा। एक तरफ डिजिटल इंडिया की बात हो रही है, दूसरी आवेदन के लिए टीईटी अभ्यर्थियों को भाग दौड़ कराया जा रहा है।

विरोध प्रदर्शन में राजद के बिनोद साह, मो मुनिर आलम मून, सत्यम प्रियदर्शी, बिनोद कुमार सिंह, गोस्वामी झा, एनएसयूआई के प्रदेश सचिव निखिल कुमार सिंह, युवा सीपीएम के कुंदन सिंह सेंगर, मो सद्दाम, ऋषि कुमार गुप्ता, सुशान्त झा, राज भगत, बिपिन कुमार, मो निजामुद्दीन, रेहान, मतिऊर रहमान, कृष्णा कुमार, संतोष कुमार, दुलाल यादव, मो सफीक, नीरज कुमार, असतम राय, राहुल कुमार, अजय कुमार, विशाल कुमार ,सोनू विश्वास, मनीष सिंह, विवेक कुमार चौधरी, मो सलाऊदीन, आजाद अली, प्रिंस, तौफीक आलम, कमरुल हक़, रामकुमार चौबे, अभिषेक कुमार सहित दर्जनों टीईटी बेरोजगार शामिल थें।


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