मुजफ्फरपुर : गांधी के विचारों को अपना कर विश्व जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव से बच सकता है: IG, गणेश कुमार

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अंजुम शहाब
ब्यूरो
मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर/बिहार : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो द्वारा मुज़फ़्फ़रपुर के लंगट सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर 5 दिवसीय चित्र प्रदर्शनी के पांचवे दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

आज सुबह प्रदर्शनी को देखने साई  मिलेनियम स्कूल, केम्ब्रिज प्री-पब्लिक स्कूल, आर.पी.एस. स्कूल आदि के बच्चों के साथ-साथ स्कूल के शिक्षक भी उपस्थित थे। बच्चों का उत्साह प्रदर्शनी स्थल पर देखते ही बन रहा था।

आज मुज़फ़्फ़रपुर क्षेत्र के पुलिस महारिक्षक, गणेश कुमार महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 5 दिवसीय चित्र प्रदर्शनी को देखने आयें।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लंगट सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य, ओ.पी. राय, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी, जावेद अंसारी, एवं गयस अख्तर के अलावा सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

इस दौरान मुज़फ़्फ़रपुर क्षेत्र के पुलिस महारिक्षक, गणेश कुमार का फूलों से स्वागत प्रचार अधिकारी श्री जावेद अंसारी ने किया और अंगवस्त्र से स्वागत क्षेत्रीय प्रचार सहायक, गयस अख्तर ने किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. के के  कौशिक ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रश्नोतरी प्रतियोगिता से किया गया। महानिरिक्षक स्वयं उपस्थित छात्र-छात्राओं से प्रश्न पूछ कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। उनका पहला प्रश्न था, महात्मा गांधी को सर्वप्रथम राष्ट्रपिता किसने कहा था?  इस प्रश्न पर कई हाथ उठे लेकिन सही जवाब लंगट सिंह महाविद्यालय के मीडिया की छात्रा रूचि सिन्हा ने दिया। उनका जवाब था, नेता जी सुभाष चंद्र बोष।

पुलिस महारिक्षक ने दूसरा प्रश्न किया कि महात्मा गांधी का जन्म कब हुए था? इस प्रश्न के पूछते ही उपस्थित सभी बच्चों का हाथ उठ गया लेकिन सही जवाब साई मिलेनियम स्कूल के 5वीं कक्षा के छात्र प्रभास कुमार दिया।

पुलिस महारिक्षक ने उपस्थित बच्चों और प्रदर्शनी देखने आये दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के जीवन के महत्वपूर्ण तिथियों पर आधारित यह प्रदर्शनी सराहनीय है । महात्मा गांधी के बारे में हम सब किताबों में पढ़ते है लेकिन इस प्रदर्शनी में डिजिटल तौर पर गांधी जी के बारे में बताया गया है जिसको याद करना आसान हो जाता है।

गांधी जी जीवन में कहते थे जो वह करते थे। जबतक वह प्रयोग नही कर लेते थे तबतक कुछ करने को नही बोलते थे। गांधी जी जीवन के हर पहलू पर लिखते थे चाहे वह समाज हो, राजनीतिक हो अथवा पर्यावरण सभी विषयों पर बहुत लिखा है। इसको हम सब को पढ़ना चाहिये। गांधी जी आज से सौ साल पहले ही जलवायु परिवर्तन पर लिखा है जिस पर आज दुनिया बात कर रही है अतः हमें गांधी जी के लिखे विचारों को अवश्य पढ़ना चाहिए और उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।

पुलिस महारिक्षक, गणेश कुमार ने बच्चों को अपने संबोधन में कहा कि गांधी जी के विचारों को समझने के लिए खूब पढ़ना चाहिए और उनको जीवन में अपनाना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य, लंगट सिंह महाविद्यालय,  ओ. पी. राय ने मुज़फ़्फ़रपुर क्षेत्र के पुलिस महारिक्षक का विशेष रूप से धन्यवाद किया और साथ ही सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित डिजिटल प्रदर्शनी कि सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन महाविद्यालय परिसर में होना गर्व की बात है और यही से महात्मा गांधी ने 1917 की सत्याग्रह की रूप रेखा तैयार भी किये थे।

आज दिन का समापन गीत एवं नाटक प्रभाग के कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति द्वारा किया गया जिससे प्रदर्शनी देखने आये लोगों द्वारा सराहा गया।


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