मधेपुरा/बिहार : विश्वविद्यालय का शैक्षणिक उन्नयन ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है। हम इसके लिए दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
यह बात बीएनएमयू कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने कही। वे मंगलवार को ऐकेडमिक काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने हेतु प्रतिबद्ध है। कई रोजगारपरक कोर्स भी शुरू किए जा रहे हैं। बैठक में बीवाॅक के अंतर्गत आरएम काॅलेज सहरसा एवं मधेपुरा काॅलेज मधेपुरा में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों को स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही चार स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की शुरूआत होगी। इसके ऑडिनेंश एवं रेगुलेशन को भी बैठक में मंजूरी दी गई। इसमें जर्नलिज्म एंड मासकम्यूनिकेशन, स्ट्रेश मेनेजमेन्ट, योगा थेरेपी, डिजास्टर मेनेजमेन्ट कोर्स शामिल हैं।
गांधी विचार विभाग की पढ़ाई होगी शुरू : बैठक में दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा स्नातकोत्तर गांधी विचार विभाग की पढ़ाई शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। साथ ही स्नातक स्तर पर भी इसकी पढ़ाई शुरू करने के लिए आवश्यक प्रयास करने का निर्णय लिया गया। सभी सदस्यों ने यह माना कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंसा, आतंक, विषमता, पर्यावरण असंतुलन आदि समस्याएं बढ़ी हैं। इन समस्याओं का समाधान गांधी के दर्शन में ही निहित है। इस गांधी की प्रासंगिकता बढ़ी है। देश-दुनिया में गांधी की 150 वीं जयंती मनाई जा रही है। इस कड़ी में बीएनएनयू में गांधी विचार की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इससे युवाओं को गांधी विचार से जोड़ा जा सकेगा। विश्वविद्यालय स्तर पर मुख्यालय में संस्कृत, मैथिली, गणित, संगीत आदि विषयों की शुरुआत करने पर भी विचार किया गया।
एलाइड विषयों की सूची को मिली मंजूरी मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निःशुल्क संचालित एसडब्लयूएवाईएएम-ए प्रोग्राम की शुरुआत होगी। इसके लिए जल्द ही साउथ कैम्पस में एक केंद्र बनाया जाएगा और एक कार्यशाला भी आयोजन की जाएगी। विभिन्न महाविद्यालयों को भी एसडब्लयूएवाईएएम-ए प्रोग्राम संचालित करने के निदेश दिए गए। बैठक में विभिन्न विषयों के लिए प्रस्तावित एलाइड विषयों की सूची और उससे संबंधित विभिन्न संकायाध्यक्षों के सुझावों पर विचार-विमर्श किया गया। अंततः यह निर्णय लिया गया कि यदि किसी विषय में संबंधित विषय के अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हो, तो उसमें एलायड सबजेक्ट के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जाएगा। इस तरह अब वैसे विषय, जिसमें सीट खाली रह जाता है, उसमें एलायड विषयों के छात्र-छात्राएं नामांकन ले सकेंगे, साथ ही वैसे छात्र-छात्राएं जो अपने विषय में सीट उपलब्ध नहीं होने के कारण नामांकन से वंचित रह जाते हैं, वे भी एलायड सबजेक्ट में नामांकन ले सकेंगे।
पीएचडी कोर्स वर्क सिलेबस बनाने का निर्णय : स्नातकोत्तर सत्र 2018-20 से सीबीसीएस लागू किया जाएगा। इसके लिए राजभवन पटना द्वारा बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के लिए निर्धारित काॅमन सिलेबस को अंगीकार किया गया। पीएचडी कोर्स वर्क 2019 से संबंधित सिलेबस बनाने का निर्णय लिया गया। जल्द ही कोर्स में नामांकन शुरू होगा। बैठक में यह निर्णय लिया बीएनएमयू में नो प्लेग्मरिज्म टेस्ट लागू किया जाएगा। इससे अब कोई भी शोधार्थी किसी दूसरे शोधार्थी के कार्यों को हूबहू अपने नाम से जमा कराकर पीएचडी की उपाधि नहीं प्राप्त कर सकेंगे। पीएचडी डिग्री के लिए जमा किए जाने वाले शोध-प्रबंधों के प्लेग्मरिज्म टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया।
मालूम हो कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने स्विटजरलैण्ड की एक कंपनी से सभी विश्वविद्यालयों का प्लेग्मरिज्म टेस्ट कराने के संबंध में एमओयू किया है। इसके माध्यम से सभी विश्वविद्यालयों को मुफ्त में यह सुविधा प्रदान की गई है। कुलपति ने इस सुविधा का लाभ उठाते हुए बीएनएमयू में भी प्लेग्मरिज्म टेस्ट की प्रक्रिया पूरी कराई है। इसके लिए अकादमी शाखा को केन्द्र बनाया गया है और उप कुलसचिव अकादमिक डा एमआई रहमान को समन्वयक की जिम्मेदारी दी गई है।
डा एमआई रहमान ने बताया कि सभी शोधार्थी अपना शोध प्रबंध जमा करने के पूर्व अकादमिक शाखा में उसकी सीडी जमा कराएंगे। उसका प्लेग्मरिज्म रिपोर्ट संतोषजनक आने के बाद ही शोध प्रबंध जमा करने की अनुमति दी जाएगी।
समतुल्यता समिति के निर्णय को मंजूरी : बैठक में समतुल्यता समिति की गत बैठक में लिए गए निर्णय को संतुष्टि प्रदान की गई। इसमें विनायिका मिशन विश्वविद्यालय के एमए, एम.काॅम की डिग्री की समतुल्यता पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें यह निर्णय लिया गया कि संबंधित विभाग के अध्यक्ष एवं विभागीय परिषद् मामले की पूरी जांच कर अपना मंतव्य देने हेतु निदेशित किया जाए।
बैठक में प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली, मानविकी संकाय अध्यक्ष डा ज्ञानंजय द्विवेदी, सामाजिक विज्ञान संकाय अध्यक्ष डा एचएलएस जौहरी, विज्ञान संकाय अध्यक्ष डा अरूण कुमार मिश्र, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष डा लम्बोदर झा, शिक्षा संकाय अध्यक्ष डा राणा जयराम सिंह, कुलसचिव डा कपिलदेव प्रसाद, टीपी काॅलेज मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा केपी यादव, पार्वती साइंस काॅलेज मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा राजीव सिन्हा, रमेश झा महिला काॅलेज सहरसा के प्रधानाचार्य डा रेणु सिंह, आरएम काॅलेज सहरसा के प्रभारी प्रधानाचार्य डा अनिलकांत मिश्र, मधेपुरा काॅलेज मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा अशोक कुमार, यूभीके काॅलेज कड़ामा के प्रधानाचार्य डा माधवेन्द्र झा, डा सीताराम शर्मा, डा प्रज्ञा प्रसाद, छात्र संघ अध्यक्ष कुमार गौतम आदि उपस्थित थे।