⇒गाँव को साफ सुथरा बनाने के लिए युवीके कॉलेज करामा के छात्र-छात्राओं ने ग्यारहवें दिवस पर चयनित मझरपट्टी बस्ती में चलाया स्वच्छता सह जागरुकता अभियान
⇒गाँव के मुख्य सड़कों का साफ सफाई कर लोगों को कुड़ा कचरा, गोबर आदि ना फैलाने कि दी गई सलाह
⇒स्वच्छ, सुंदर, सभ्य, शिक्षित व सामाजिक समरसता से ओतप्रोत हो गाँव अपना गाँधी जी का सपना : ई सिप्पू कुमार
मधेपुरा/बिहार : स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2019 के तहत सुचीवार तिथियों के अनुसार ग्यारहवें दिवस पर युवीके काॅलेज करामा इंटर्स के जत्था उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र स्थित चयनित मझरपट्टी बस्ती को साफ सुथरा बनाने व बस्ती के लोगों को स्वच्छता के प्रति सजग बनाने के लिए स्वच्छता अभियान सह जागरुकता अभियान चलाया गया ताकि छोटे से गाँव से स्वच्छता का संदेश सुलभता से पूरे अनुमंडल जिला एवं प्रांत स्तर तक पहुंच सके।
स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2019 के तहत युवीके करामा काॅलेज के छात्र छात्राओं के जत्था ने स्वच्छता अभियान के दौरान नुक्कड़ सभा, शैक्षणिक जागरूकता, स्वास्थ्य परक सभा, नुक्कड़ नाटक सहित संबंधित विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान एवं लक्ष्य गीत के साथ प्रारंभ किया गया। छात्र छात्राओं ने समाज के कई कुरीतियों के विषय पर भी चर्चा करते हुए लोगों को जागरूक किया। तत्पश्चात छात्र-छात्राओं ने मिलकर झारु और टोकरी लेकर गाँव के मुख्य सड़कों का साफ सफाई कर चुना का छिड़काव किया तथा ग्रामीणों से सड़क किनारे रखे गोबर, जलावन, मवेशियों का चारा व अन्य वस्तुओं को हटाने का आग्रह किया। ग्रामीणों के दरवाजे पर जाकर कुड़ा, कचड़ा व गोबर का ढेर घर के आगे जमा नहीं करने का सलाह दिया और कम से कम अपने घर के आगे रोजाना साफ सफाई करने का आग्रह किया। स्वच्छता अभियान के दौरान युवीके काॅलेज के मुख्य कार्यकारी निर्देशक ई सिप्पू कुमार ने कहा कि स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2019 के तहत 10 जुलाई 2019 से तिथिवार 16 दिवसीय स्वच्छता अभियान सह जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है जो 25 जुलाई तक चलेगी।
ई सिप्पु ने कहा कि भारत देश कि आत्मा गाँव में बसती है। जब तक गाँव के लोग सुखी संपन्न स्वच्छ और खुशहाल नहीं होंगे तब तक देश उन्नति पथ पर अग्रसर नही हो पाऐगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान का उद्देश्य गाँव शहरों के गलियों, सड़कों को साफ-सुथरा करना है। यह अभियान गाँधी जी का सपना था। गांधी जी ने अपने देश के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। स्वच्छ, सुंदर, सभ्य, शिक्षित व सामाजिक समरसता से ओतप्रोत हो गाँव अपना यही था गाँधी जी का सपना। परंतु यह स्वच्छ भारत का सपना किसी एक भारतीय या किसी एक सरकार का नही अगर देश के 125 करोड़ लोग मिलकर इसमे भाग ले तब ही महात्मा गाँधी का यह सपना पूरा हो सकता है। अगर सारे भारत वासी यह संकल्प ले कि वो न तो गंदगी करेंगे न ही किसी को करने देंगे तब ही यह स्वच्छ भारत अभियान संभव है।
स्वच्छता अभियान सह जागरुकता अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रेम नाथ आचार्य, चंद्रशेखर मिश्रा, प्रो प्रकाश मिश्रा, युवीके काॅलेज के मुख्य कार्यकारी निर्देशक ई सिप्पू कुमार, परितोष झा, संजीव कुमार सुमन, मुखिया अनिल मेहतर, वार्ड सदस्य कमरुल होदा, ब्रांड अम्बेसडर अभिषेक आचार्य, शालिनी सूर्यवंशी, आफताब विष्णु, आनंद, नवदीप, शांता, लाली, नेहा, सिन्नी, पूजा, सेजल, कोमल, नूतन, शिवम, हरिओम, सुधांशु, अजय, आजाद, रूपेश सहित दर्जनों छात्र छात्राएँ और गणमान्य लोग शामिल होकर इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भुमिका निभाई।