छातापुर/सुपौल/बिहार : छातापुर प्रखंड क्षेत्र के घिवहा पंचायत के चकला गांव के अल्पसंख्यक टोला स्तिथ उर्दू मध्य विद्यालय चकला मकतब में सोमवार की सुबह लगभग 11 बजे रसोईघर में रसोइया द्वारा बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाते समय गैस रिसाव से सिलेंडर में आग लग गई।
आग लगते ही रसोईया शोर मचाते हुए बाहर निकल गए । बच्चों व शिक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। रसोइया की आवाज सुनते ही शिक्षकों ने सभी बच्चों को कक्षा से बाहर निकालते हुए इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को देकर फायर ब्रिगेड की मांग की । लेकिन जबतक थाना से फायर ब्रिगेड घटना स्थल पर पहुंचती तब तक ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया था ।
बताया जाता है कि शिक्षक सुबोध चौरसिया ने स्कूल में रखे अग्निशमन यंत्र का प्रयोग कर जल रहे सिलेंडर पर काबू पाने का कोशिश करने लगा, मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने भी सतर्कता बरतते हुए बालू, मिट्टी से किसी तरह से आग पर काबू पा लिया। आग बुझने के बाद शिक्षकों व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। लोगो ने बताया आग बुझाने में लेट होती तो गैस सिलेंडर फट सकता था, जिससे बड़ी अप्रिय घटना घट सकती थी । जिसमें विद्यालय के अगल-बगल लगभग 400 घर की आबादी अग्नि की भेंट चढ़ जाती । वहीं घटना को लेकर बना हुआ मध्यान भोजन भी बच्चे को नसीब नही हो पाया और विद्यालय के सभी बच्चे भूखे घर चले गए ।
इस बाबत प्रभारी प्रधानाध्यापक राम प्रवेश राम ने बताया कि विद्यालय में इंडियन गैस सिलेंडर के पाईप पुराण होने के कारण पाइप से गैस रिसाव हो जाने से आग लगी थी । जिसे सीघ्र ही बदलने के लिए इंडियन गैस गैस एजेंसी को बोल दिया गया है ।