दरभंगा/बिहार : जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि कभी इस देश में मुद्दा बलात्कार बनता हैं तो कभी डॉक्टर तो कभी जय श्रीराम। झारखंड मैं जो घटना घटी वो देश को शर्मसार करती हैं। देश में मोब लिंचिंग का मामला अब ज्यादा देखने को मिलने लगा है जो देश के अंदर पनप रहे उन्माद को बताती है।
उन्होंने कहा कि दो दिन पहले डीएमसीएच में डॉक्टर चौधरी के यूनिट में जो बाएं हाथ के प्लास्टर की बजाए दायें हाथ में प्लास्टर कर दिया इससे बड़ी गलती और क्या हो सकती हैं। आश्चर्य होता है इस तरह की गलतियाँ जो गरीब जनता के ऊपर होती है वह मुद्दा नहीं बनता? इस देश में डॉक्टर हड़ताल करके हजारों मरीजों को मार देते है जिस पर कोई कारवाई नहीं होती हैं? कोई सवाल खड़े नहीं होते? यह मुद्दा नहीं बनता। ऐसे डॉक्टरों पर 302 धारा का मुकदमा क्यों नहीं होता? पार्टी के संरक्षक प्रेस वार्ता में आगे कहते हैं कि बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत हो रही हैं इसका जिम्मेदार कौन हैं? नीतीश सरकार को जिम्मेदारी तय करनी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कुपोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएगी। उन्होंने मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले में (चमकी बुखार) प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद यह निर्णय लिया है कि कि पार्टी कुपोषणमुक्त बिहार बनाने के लिए किसी भी हद तक जाएगी ताके गरीब जनता का उद्धार हो सके। इसके लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा,”चमकी बुखार और कुपोषण से बिहार में 400 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है। यह सब प्रशासनिक के विफलता को दर्शाती है। बच्चों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है और यह ‘सरकारी नरसंहार’ है। पप्पू यादव ने कहा कि दोनों जिलों में 90 फीसदी गरीब बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली और पटना के डॉक्टरों की टीम और एम्बुलेंस लेकर कुपोषण प्रभावित गांवों में पहुंच रहा हूँ और बच्चों के बेहतर इलाज की व्यवस्था भी कर रहा है। यह टीम अभी एक सप्ताह विभिन्न गांवों में जाकर बच्चों का इलाज करेगी। “दिमागी बुखार को रोकथाम के लिए कोई व्यापक कदम नहीं उठाया जा रहा और यह बड़ी तेजी से बिहार के गरीब बच्चों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है जिसका नतीजा है कि बेगूसराय में भी दिमागी बुखार के बच्चे इलाज के लिए एडमिट हो रहे हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण की स्थिति भयावह हो गई है।
उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्चों को बेहतर इलाज और हरसंभव मदद की जाएगी। वहीं दूसरी ओर पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ० मुन्ना खान ने कहा कि मुजफ्फरपुर में इनफर्टिलाईटीस से बचाव के लिए राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार कहीं से भी चिकित्सकों की कोई भी स्पेशल टीम नहीं आई है जिस कारण आज तक सैकड़ों की संख्या में बच्चे काल के गाल में समा गए। डीएमसीएच का भी हाल मुजफ्फरपुर से बदतर है अगर यहां कोई मौत दवा और इलाज के कारण या डॉक्टर के लापरवाही से होती है तो उसके सीधे जिम्मेदार डीएमसीएच के अधीक्षक और यहां के सिविल सर्जन होंगे। मैं डीएम महोदय से आग्रह करता हूं कि यहां के तमाम चाइल्ड स्पेशलिस्ट नर्सिंग होम को गरीब बच्चों का फ्री इलाज करने के लिए लिखित आदेश दे दें ताकि गरीब बच्चों की जान बचाई जा सके।
इस मौके पर जन अधिकार पार्टी के पदाधिकारी, चुनमुन यादव, चंद्रकांत सिंह, खालिकुज्जमा पप्पू , कमलेश यादव, मोहम्मद काशिफ,आसिफ हस्नैन, गौतम कुमार, जेडी यादव, दीपक झा, मोहन यादव,सुभम सिंह,मो० दिलशाद, अंकीत कुमार, सोनू खान, दस्तगीर अंसारी, मोहम्मद इम्तियाज, मिन्नतुल्लाह अंसारी,डॉक्टर वारिस सुनील कुमार पप्पू, नौशाद अहमद, रोहन बिहारी दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।