मधेपुरा/बिहार : 22 दिसंबर को मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित कला भवन में बिहार के चर्चित वेब पोर्टल “द रिपब्लिकन टाइम्स” डिजिटल हिन्दी न्यूज़ पोर्टल के आठवें स्थापना दिवस एवं हिंदी पत्रकारिता के चर्चित हस्ताक्षर रहे डॉ देबाशीष बोस की जयंती के अवसर पर एक शानदार और मनमोहक संस्कृतिक कार्यक्रम सह भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

द रिपब्लिकन टाइम्स के प्रधान संपादक रजिउर रहमान की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, जिला सूचना जन संपर्क पदाधिकारी अनंत कुमार, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी आम्रपाली, चर्चित चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर परवेज अख्तर, सीपीआई के वरीय नेता प्रमोद प्रभाकर, राजद के प्रदेश महासचिव सह पूर्व विधानसभा प्रत्याशी इंजिनियर प्रभाष कुमार, चर्चित समाजसेवी सह उद्यमी प्रीति यादव, पूर्व मुख्य पार्षद प्रत्याशी विनीता भारती और द रिपब्लिकन टाइम्स के प्रधान संपादक रजिउर रहमान आदि ने संयुक्त रूप से किया।


उसके उपरांत उद्घाटनकर्ता सहित सभी अतिथियों ने डॉक्टर देबाशीष बोस की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को नमन किया। इसके पूर्व सभी अतिथियों सम्मान मोमेंटो, अंगवस्त्र आदि से संरक्षक डॉक्टर परवेज अख्तर, प्रधान संपादक रजिउर रहमान और अतिथि संपादक प्रो प्रसन्न सिंह राठौर ने किया।

पत्रकारिता की जड़ों को जिंदा रख रहा “द रिपब्लिकन टाइम्स”- सांसद पप्पू यादव

अपने उद्घाटन संबोधन में पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि डॉक्टर देबाशीष बोस हिंदी पत्रकारिता के मजबूत हस्ताक्षर रहे हैं, उनकी पत्रकारिता सामाजिक दायित्वों से भरी रही, उन्होंने सिर्फ पत्रकारिता ही नहीं बल्कि वकालत और उद्घोषणा में भी महारथ हासिल की और इसी के सहारे सरहद के पार भी शोहरत हासिल की। आज वैसी पत्रकारिता नजर नहीं आती, मूल मुद्दे गौण कर दिए जाते हैं और अनावश्यक मुद्दे सुर्खियों में रहते हैं, वैसे में “द रिपब्लिकन टाइम्स” डॉक्टर देवाशीष बोस और उनके सिद्धांतों पर निरंतर सक्रिय एक मजबूत उम्मीद की किरण नजर आती है। भविष्य में भी “द रिपब्लिकन टाइम्स” पत्रकारिता की पहचान को जीवंत बनाए रखे यही कामना है।

अपने संबोधन स्थानीय, प्रांतीय एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए उन्होंने सामूहिक रूप से संविधान बचाने की अपील करते हुए कहा कि संविधान बचेगा तभी देश भी बचेगा। वहीं पूर्णिया सांसद ने द रिपब्लिकन टाइम्स द्वारा स्थापना दिवस पर प्रतिभाओं के सम्मान, परिचर्चा की सराहना करते हुए कहा कि इससे ही नई बातें निकलेगी और बदलाव संभव होगा। अति विशिष्ट अतिथि जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अनंत कुमार ने कहा कि डॉक्टर देबाशीष बोस ने इस क्षेत्र में पत्रकारिता की जमीन को सिंचा ही नहीं बल्कि उपलब्धि के उस शिखर पर गए जहां पत्रकारिता भी गौरवान्वित हुई। उनके सिद्धांतों पर स्थापित द रिपब्लिकन टाइम्स के आठ साल का सफर उनके विचारों की जीवंतता को दर्शाता है। द रिपब्लिकन टाइम्स की पत्रकारिता वर्तमान पत्रकारिता से हट कर जरूरतमंदों की आवाज बन लगातार सक्रिय है। विशिष्ट अतिथि कला संस्कृति पदाधिकारी आम्रपाली ने कहा कि वर्तमान पत्रकारिता में ऐसे प्लेटफार्म की बड़ी जरूरत है, मधेपुरा कला संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में हमेशा से बहुमुखी प्रतिभाओं से भरा रहा है इसे सहेजने की जरूरत है।

अति विशिष्ट अतिथि चर्चित चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर परवेज अख्तर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता हर वर्ग के पॉजिटिव और नेगेटिव खबरों को ईमानदारी से दिखाना और इस बात का ख्याल भी रखना है कि उसके दुष्परिणाम न हो है। उन्होंने द रिपब्लिकन टाइम्स टीम की पत्रकारिता की सराहना करते हुए पत्रकारिता के साथ प्रतिभाओं के सम्मान को सराहनीय कार्य बताया और भविष्य में भी इसे जारी रखने की बात कही। विशिष्ट अतिथि सीपीआई के राष्ट्रीय परिषद सदस्य कामरेड प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि द रिपब्लिकन टाइम्स के साथ स्थापना काल से संबंध रहा है, आज जब पत्रकारिता दम तोड़ रही है, चाटुकारिता चरम पर है, तब द रिपब्लिकन टाइम्स की निर्भीक पत्रिका और बेबाक अंदाज संघर्ष करने वालों को मानों हौसला बढ़ाने का काम करती है। विशिष्ट अतिथि चर्चित नेत्री एवं समाजसेवीद्वय प्रीति यादव और विनीता भारती ने कहा कि द रिपब्लिकन टाइम्स अपने आठ साल के सफर में अलग पहचान कायम की है, इसका श्रेय दायित्व निभाने को सदैव संकल्पित होकर कार्यरत रहना है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने दिखाई सांस्कृतिक विरासत तो स्कूली बच्चों ने जीता दिल
स्थापना दिवस सह जयंती कार्यक्रम को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम में सांस्कृतिक संगठनों द्वारा अपनी सांस्कृतिक विरासत की प्रस्तुति और स्कूली बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति का अद्भुत संगम देखने को मिला। जहां स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर मनमोहक प्रस्तुति से कार्यक्रम में समा बांधा तो वहीं विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने अलग-अलग बिंदुओं पर केंद्रित प्रस्तुतियों से मानों पूरे कार्यक्रम को बांधकर रख दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत सार्क इंटरनेशनल स्कूल के नन्हे बच्चों द्वारा “चक धूम धूम” की शानदार प्रस्तुति के साथ हुई उसके बाद अन्य प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को शानदार आगाज किया। उसके बाद किरण पब्लिक स्कूल के छात्राओं की भी प्रस्तुति शानदार रही, नवाचार रंगमंच की दीप प्रज्वलित, सृजन दर्पण की लोक नृत्य और डी फॉर डी एकेडमी के कलाकारों की प्रस्तुति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को यादगार बनाया। कलाकारों की प्रस्तुतियों का दर्शकों ने भरपूर मनोरंजन और उत्साहवर्धन किया। पूरे कार्यक्रम के दौरान दर्शक कार्यक्रम से मानों बंधे नजर आए।

आठवीं स्थापना दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों की उभरती प्रतिभाओं का सम्मान


एक दशक के सफर से दो कदम दूर चर्चित पोर्टल द रिपब्लिकन टाइम्स के आठवें स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाएं सम्मानित हुई जिसमें थाईलैंड में बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए हैंड टू हैंड प्रतियोगिता में स्वर्ण और रजत पाने वाले नरेश कुमार और सुभाष के प्रतिनिधि के रूप में राहुल यादव, समाज सेवा में उभरती संस्था जोहान सलार को विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया, वहीं इस अवसर पर इंकलाब उर्दू दैनिक के वरीय पत्रकार रहे प्रो साबिर रजा, पत्रकार अमित कुमार अंशु, इरशाद आदिल, रविकांत कुमार, मिथिलेश कुमार, शुभकरन कुमार, विनीत कुमार, अमित कुमार, प्रो. प्रसन्ना सिंह, छात्रनेता मनीष कुमार, अरमान अली, छात्र नेता एजाज आलम, सुभाष कुमार, सौरव कुमार, शकील, गौतम आनंद, इंजीनियर मुरारी को मोमेंटो और अंगवस्त्र से सम्मानित किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले स्कूली बच्चों एवं संस्थाओं को भी मेडल और प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया गया।
द रिपब्लिकन टाइम्स के प्रधान संपादक रजिउर रहमान ने अध्यक्षीय एवं धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि पोर्टल का आठ वर्षों का सफर बेशक उतार चढ़ाव का रहा लेकिन सबों के सहयोग से निरंतर द रिपब्लिकन टाइम्स अपनी भूमिका बेबाकी और ईमानदारी से निभाने को प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में नवाचार रंगमंडल के मो. चांद, मो. आतिफ, कार्तिक कुमार, रवि कुमार, मो. इमरान, मो. फैयाज, राजा कुमार, नीतीश कुमार, मानवी कामती सहित अन्य लोगों की भूमिका अहम रही। मौके पर काफी संख्या बुद्धिजीवी, सामाजिक और राजनीतिक वर्ग लोग सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।

