दरभंगा/बिहार : जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में नगर निगम, दरभंगा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमण्डल, दरभंगा व बुडको दरभंगा के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य प्रगति की समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया कि कार्यपालक अभियंता बुडको द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा काफी नाराजगी व्यक्त की गई।
जिलाधिकारी ने बुडको द्वारा अमृत योजना के तहत दरभंगा नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत कुल 07 अदद प्रस्तावित बोरिंग की जानकारी लिया। कार्यपालक अभियंता बुडको द्वारा बताया गया कि अबतक कुल 02 स्थलों पर बोरिंग का कार्य कराया गया है। अनुमण्डल पदाधिकारी सदर दरभंगा द्वारा बताया गया कि प्रधानाचार्य सी.एम. कॉलेज से वार्ता हुई, उनके जमीन में चिन्ह्ति भूमि पर प्रधानाचार्य आवास निर्माण प्रस्तावित है। अत: इसके अगल-बगल में जमीन चिन्ह्ति कर बोरिंग कार्य किये जाने में कोई आपत्ति नहीं है।
जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि तुरंत संवेदक को दो बोरिंग मशीन मंगवाकर ड्राईग एण्ड फिनिशिंग कैम्पस व सी.एम. कॉलेज कैम्पस में जल्द कार्य शुरू करवाया जाए। उनके द्वारा यह भी निदेशित किया गया कि दो दिनों के अन्दर उक्त बोरिंग से जलापूर्ति कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही नगर आयुक्त को निदेशित किया गया कि उक्त कार्य का भुगतान नगर निगम के आंतरिक स्रोत से करवाया जाय व कार्य की निगरानी एवं प्रगति नगर प्रबंधक के माध्यम से करवायी जाय। जल संकट की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी के द्वारा निदेशित किया गया कि पी.एच.ई.डी. के माध्यम से पूर्व में अधिष्ठापित आई.एम. 2 चापाकल का सर्वेक्षण पुन: अच्छे ढंग से करवाया जाय। पी.एच.ई.डी. के कार्यपालक अभियंता को कहा गया कि खराब चापाकलों की मरम्मति में ज्यादा से ज्यादा गैंग को लगाया जाय। आने वाले दिनों में गर्मी के समय को देखते हुए निदेशित किया गया कि चापाकलों की सर्वेक्षण बराबर करते हुए खराब चापाकलों की मरम्मति करायी जाय।
कार्यपालक अभियंता पी.एच.ई.डी. के द्वारा बताया गया कि लक्ष्मीसागर एरिया को छोड़कर लगभग सभी एरिया में पम्प हाउस व वाटर टावर के माध्यम से जलापूर्ति शुरू कर दिया गया है। कुछ क्षेत्रों में लिकेज की शिकायत आयी है। जिलाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि लिकेज के स्थलों की जल्द-जल्द से मरम्मति करायी जाय एवं समय पर शहरवासियों को पेयजल उपलब्ध करायी जाय। पी.एच.ई.डी. के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि सभी खराब चापाकलों को एक सप्ताह के अन्दर चालू करवा दिया जाएगा।