सुपौल : भूमि विवाद में जख्मी व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत, सड़क जाम, उपसमाहर्ता पर लगाया गंभीर आरोप

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सिकंदर आलम
उप संपादक

सुपौल/बिहार : राघोपुर थाना अन्तर्गत बिशनपुर दौलत पंचायत के भगता टोला गांव वार्ड12 में जमीन विवाद को लेकर हुई दो पक्षो में मारपीट में गंभीर रूप से जख्मी पन्नालाल शर्मा का इलाज के दौरान पीएमसीएच पटना में मंगलवार को मौत हो गई।

इधर मौत की खबर सुनते ही मृतक के परिजन सहित पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। मृतक पन्नालाल का शव जैसे ही बुधवार की अहले सुबह उसके घर पहुँचे उसके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटना शुरु हो गया। बाद में घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने एकत्रित होकर बुधवार की सुबह करीब 6 बजे एनएच 57 फोरलेन सड़क को बास बल्ली लगा  कर जाम कर दिया ।

आक्रोशित लोग सुपौल जिला प्रशासन के उपसमाहर्ता अखिलेश कुमार झा के विरोध में नारे लगा रहा थे। ग्रामीणों का कहना था कि उपसमाहर्ता अखिलेश कुमार झा के द्वारा रची साजिश के कारण की आज यह मौत का तमाशा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया की इस घटना कांड के मुख्य अभियुक्त दुर्योधन शर्मा का 15 वर्षीय पुत्र जीतन कुमार एडीएम अखलेश कुमार झा के सुपौल आवास पर नोकर के रूप में काम करता है। बताया कि उसी को लेकर अखलेश कुमार अभियुक्त पक्ष  लेेता है। मृतक के भतीजा मनोज शर्मा ने बताया कि हमारे घर के आगे गैर मजूरवा आम जमीन है जिसका खाता संख्या 141 और खेसरा संख्या 2862 है, जिसपर उसके बिरोधी पक्ष का घर बना हुआ है। बताया कि वह जमीन खाली कराने के लिए हमने जिलाधिकारी को आवेदन दिया था। जिलाधिकारी ने उक्त आवेदन के आधार पर लोक शिकायत निवारण में जाने की सलाह दिया । लोकशिकायत में मामला दर्ज होने के बाद लोकशिकायत पदाधिकारी ने एडीएम से जांच कर रिपोर्ट मंगा। कहा कि एडीएम में अंचलाधिकारी राघोपुर को जाँच कर जांच प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा। उन्होंने बताया कि सीओ राघोपुर के द्वारा जाँच प्रतिवेदन के बाद भी एडीएम ने विरोधी पक्ष के मनमुताबिक अपना जाँच रिपोर्ट लोकशिकायत को प्रस्तुत किया, जिसमें उक्त जमीन को विरोधी के नाम बंदोबस्ती दिखा दिया। जबकि वह जमीन गैर मजूरवा आम था और एनएच 57 में अधिग्रहण हो गया है। वही एनएच 57 में अधिग्रहण के बाद एनएच के द्वारा उसको घर का मुआबजा देकर घर खाली करने का भी निर्देश दिया है फिर भी एडीएम के द्वारा उक्त अधिगृहित जमीन को बंदोबस्त दिखा दिया गया।

वही उन्होंने बताया कि उसी खाता के खेसरा संख्या 2863 के आगे भी एनएच 57 के जमीन को उक्त विरोधी पक्ष के द्वारा घेर लिया गया था। बताया कि उसके द्वारा उक्त मामले में जिलाधिकारी को आवेदन देने के बाद जिलाधिकारी ने उक्त अतिक्रमित जमीन को सीओ राघोपुर को खाली करने का आदेश दिया था। बताया कि उक्त जमीन को जब सीओ राघोपुर के द्वारा खाली करवाया गया तो एडीएम अखलेश कुमार झा के द्वारा हमे अपने जमीन पर ही काम करने से रोक दिया गया। जिसकारण मामला बढ़ता गया और अंत मे एडीएम के  सह  पर मौत का खेल खेला गया। उन्होंने बताया कि जिस दिन घटना घटी उस दिन एडीएम के द्वारा सीओ राघोपुर को फ़ोन कर मुझे सुपौल बुलाया गया। बताया कि सीओ राघोपुर के कहने पर हम जब एडीएम साहब से मिलने सुपौल पहुँचे तो एडीएम ने मुझे फटकारते हुए अपने कार्यालय से बाहर बैठा दिया और मीटिंग से आकर बात करने की बात कह चले गए।

बताया कि इस बीच मेरे घर पर विरोधी पक्ष के द्वारा परिवार के लोगों के साथ मारपीट किया गया, जिसमें मेरे चाचा पन्नालाल शर्मा का सर फुट गया। उन्होंने कहा कि जब एडीएम मीटिंग से 2 बजे लौट कर पहुँचे तो उसने एडीएम को कहा कि सर आप मुझे यहाँ बुला लिए और वहाँ मार हो गया जिसमे मेरे चाचा जिंदगी और मौत से जूझ रहा है तो एडीएम ने उसे फटकारते हुआ सीओ राघोपुर को फोन कर दोनो पक्षो पर 107 करने का आदेश दे दिया। बुधवार को एनएच 57 पर जाम  चार घन्टा से अधिक समय जााम रहने के कारण सड़क पर दोनों तरफ वाहनों की लम्बी  कतार लग गई।

 जनप्रतिनिधियों एवं राघोपुर पुलिस पदाधिकारी के द्वारा जाम समाप्त करने का प्रदर्शनकारियो से आग्रह किया गया, लेकिन प्रदर्शनकारी जिलाधिकारी एवं एडीएम को बुलाने पर डटे थे।  बीरपुर एसडीएम सुभाष कुमार एवं एएसपी रामानंद कुमार कौशल के पहुँचने के बाद प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के मांग को सुना गया और उनलोगों द्वारा  मिले  आश्वासन के बाद सड़क जाम को समाप्त कर आवागमन बहाल किया गया।

ज्ञात हो की बीते शनिवार को जमीनी विवाद के चलते दोनो पक्षों के बीच जमकर मारपीट  हुई थी।  मामले को लेकर गंभीर रूप से जख्मी पन्ना लाल शर्मा के पत्नी जलेश्वरी देवी ने लिखित आवेदन राघोपुर थाना में देकर न्याय की गुहार लगाई।  आवेदन के आधार पर राघोपुर थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार ने थाना कांड संख्या 09/19 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया जिसमें एक आरोपी को पकड़कर न्यायिक हिरासत भेज दिया गया, बाकी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

इस बावत राघोपुर थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार ने बताया कि कांड अंकित कर कार्यवाई की जा रही है। बताया कि इस घटना में प्रार्थिमिकी अभियुक्त के अलावे भी यदि कोई शामिल है तो उसे भी सामने लाया जाएगा।


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