परिवार नियोजन के लिए आए दर्जनों महिला मरीज व परिजन भूखे प्यासे दिन भर अस्पताल परिसर में भटकते रहे, तालाबंदी के कारण नहीं हो पाया ऑपरेशन
उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : आशा कार्यकर्ताओं ने उदाकिशुनगंज पीएचसी गेट और ऑपरेशन थियेटर में तालाबंदी कर उग्र प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लगभग 2 घंटे तक पीएचसी गेट पर तालाबंदी कर नारेबाजी करते रहे। चिकित्सा प्रभारी डॉ डीके सिन्हा और स्वास्थ्य प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा के समझाने बुझाने के बाद पीएचसी गेट को खोला गया।
पीएचसी गेट को खोलने के बाद आशा कार्यकर्ताओं ने आक्रोश में आकर ऑपरेशन थिएटर में ताला जड़ दी। आशा कार्यकर्ता राधा देवी, पूनम देवी, संगीता कुमारी, वंदना कुमारी, रीता देवी, बविता कुमारी, रूबी कुमारी, लीला देवी, वंदना, पूनम, रहिमा खातून, बीबी सेबुन, बीबी अस्मत, बीबी रोशन, सुनीता देवी, मिनाक्षी भारती, बीबी रजीना, बीबी नसीमा, कविता कुमारी, कुमारी अनिता, संगीता कुमारी, हीरा देवी, गीता चक्रवर्ती आदि ने आक्रोशित होकर ऑपरेशन थिएटर के गेट पर हंगामा करना शुरू कर दिया। चिकित्सा प्रभारी और स्वास्थ्य प्रबंधन के लाख समझाने के बावजूद भी आशा कार्यकर्ताओं ने ऑपरेशन थिएटर के गेट का ताला नहीं खोला। जिसके चलते परिवार नियोजन कराने आए प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से महिला मरीजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा। पूरा दिन अस्पताल की व्यवस्था प्रदर्शनकारियों के चलते अस्त-व्यस्त रहे। जिसका प्रतिकूल असर स्वास्थ्य सेवा पर भी पड़ा। प्रदर्शनकारियों के हंगामे के कारण इलाज कराने आए मरीजों में अफरा-तफरी मची रही है के कारण अस्पताल परिसर से कई मरीज बाहर निकल गए।
वहीं परिवार नियोजन कराने आए महिला मरीज नीलम देवी, अनीता देवी, रूबी देवी, ममता देवी, कंचन देवी, आशा देवी, गौरी देवी, तुलसी देवी, निर्मला देवी, सुलेखा देवी, राधा देवी, उर्मिला देवी, नीतू देवी, मीना देवी, विमला देवी आदि ने बताया कि हम लोग अपने परिजनों के साथ सुबह से ही भूखे प्यासे अस्पताल परिसर में भटक रहे हैं पर अभी तक हम लोगों का ऑपरेशन नहीं किया गया है। डॉक्टर भी कुछ सुनने को तैयार नहीं है डॉक्टरों का कहना है कि ऑपरेशन थिएटर में ताला बंद है हम लोग ऑपरेशन कैसे करें। जबकि परिवार नियोजन का ऑपरेशन सप्ताह में सिर्फ 1 दिन किया जाता है। वहीं उग्र प्रदर्शन कर रहे आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि जब तक हम लोगों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जाता है। मानदेय की की राशि 18 हजार नहीं किया जाता है। इसके अलावे जो हम लोगों की अन्य मांगे है पूरी नहीं की जाती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।
प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं संघ के अध्यक्ष राधा देवी ने कहा कि बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आहवान पर सूबे के आशा कार्यकर्ता 1 दिसंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। आगामी तय कार्यक्रम के तहत आठ और नौ जनवरी को सभी आशा कार्यकर्ता राष्ट्र व्यापी हड़ताल पर रहेंगे।आंदोलन मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा।