
मधेपुरा/बिहार : शुक्रवार को जिला मुख्यालय के झल्लू बाबू सभागार में विधानसभा आम निर्वाचन के तहत मधेपुरा जिले में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और जवाबदेह बनाने की दिशा में व्यय लेखा परीक्षा की प्रक्रिया आज से शुरू की गई, निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग, मधेपुरा द्वारा सभी प्रत्याशियों के व्यय पंजी की विधिवत लेखा परीक्षा प्रारंभ की गई है। बताया गया कि यह प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार की जा रही है, जिसमें प्रत्येक उम्मीदवार के चुनावी व्यय का विस्तृत परीक्षण किया जा रहा है ताकि निर्वाचन में वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
यह लेखा परीक्षा कार्य व्यय प्रेक्षक की देखरेख में संपन्न हो रहा है। व्यय अनुश्रवण कोषांग के पदाधिकारियों, लेखा परीक्षण टीम एवं व्यय लेखा सहायकों की उपस्थिति में प्रत्याशियों से उनके व्यय पंजी का सत्यापन कराया जा रहा है। बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, चुनाव अवधि के दौरान प्रत्येक प्रत्याशी के व्यय पंजी की कम से कम तीन चरणों में जांच की जानी अनिवार्य है।
प्रथम जांच: आज 24 अक्टूबर को जिले के सभी चारों विधान सभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के व्यय पंजी की पहली जांच निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार की गई। द्वितीय जांच: आगामी 30 अक्टूबर को की जबकि जाएगी। जबकि तृतीय (अंतिम) जांच: मतदान से पूर्व 4 नवंबर 2025 को संपन्न होगी।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह ने बताया कि यह प्रक्रिया निर्वाचन की निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक उम्मीदवार से अपेक्षा की गई है कि वे अपने व्यय पंजी को नियमित रूप से अद्यतन रखें तथा सभी खर्चों की प्रविष्टियाँ सही समय पर जमा करें।
व्यय प्रेक्षक ने कहा कि लेखा परीक्षा की यह प्रक्रिया चुनाव में समान अवसर, पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने सभी प्रत्याशियों से अपील की कि वे आयोग के निर्देशों का पूर्ण पालन करें, जिससे मधेपुरा जिला एक आदर्श निर्वाचन आचरण का उदाहरण प्रस्तुत कर सके।

