त्रिवेणीगंज/सुपौल/बिहार : वोटर लिस्ट की जांच के खिलाफ महागठबंधन दलों और ईमारत-ए-शरीया फुलवारी शरीफ, पटना के आह्वान पर विरोध-प्रदर्शन उग्र रूप लेता दिखा। जदिया थाना क्षेत्र अंतर्गत एसएच 91 स्थित फुलकाहा बिशनपुर चौक पर बुधवार की सुबह से ही ट्रैक्टर, बांस-बल्ले लगाकर सड़क को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया। चक्का जाम के दौरान प्रदर्शनकारियों ने चुनाव आयोग और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर राजद, कांग्रेस, वामदलों समेत महागठबंधन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी सक्रिय भागीदारी रही। पूर्व मुखिया मोहम्मद युनुस रहमानी ने कहा कि चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट जांच प्रक्रिया पूरी तरह पक्षपातपूर्ण है। दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को सूची से बाहर करने की साजिश चल रही है। जब तक आयोग यह प्रक्रिया वापस नहीं लेता, हमारा विरोध जारी रहेगा।
राजद नेता मुश्फिक आलम ने आरोप लगाया कि वोटर वेरिफिकेशन की आड़ में आयोग दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के नाम काटने की तैयारी कर रहा है। यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष रहना चाहिए, लेकिन वर्तमान प्रक्रिया में एकतरफा कार्रवाई दिखाई दे रही है। बिशनपुर बाजार पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि महताब आलम ने कहा कि महागठबंधन के आह्वान पर बुधवार को अलग-अलग पंचायतों और बाजारों में कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर चक्का जाम किया। यह जन-आक्रोश है, जिसे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता है।
फुलकाहा बिशनपुर चौक पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण, किसान, छात्र और नौजवान शामिल हुए। मौके पर मो. काज़िम, पप्पू आलम, मो. अखलाक, मो. रब्बान, सहित कई स्थानीय नेता और समाजसेवी भी प्रदर्शन में मौजूद रहे।
