BNMU : आत्मदाह की मांग करने वाले दो शोधार्थियों को न्याय दिलाने के लिए छात्र न्याय सत्याग्रह

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मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में आत्मदाह की मांग करने वाले दो शोधार्थियों के न्याय के लिए संयुक्त छात्र संगठन एनएसयूआई, छात्र राजद, छात्र जदयू, युवा शक्ति, एआईएसएफ, आइसा व छात्र लोजपा के द्वारा छात्र न्याय सत्याग्रह धरना की शुरुआत शनिवार को बीएनएमयू प्रशासनिक परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष शुरू कर दिया गया है. मालूम हो कि बीएनएमयू के दो शोधार्थी अरमान अली एवं मौसम प्रिया के द्वारा राष्ट्रपति को आवेदन लिखकर आत्मदाह की स्वीकृति की मांग की गई है. मौके पर उपस्थित एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन के तानाशाही रवैया से दो छात्र नेताओं की जिंदगी दाव पर है. कुलपति एवं कुलानुशासक के कृत्य से आत्मदाह के लिए मजबूर छात्र अरमान अली एवं मौसम प्रिया के जिंदगी से विश्वविद्यालय प्रशासन से खेल रही है. छात्र संगठन के लगातार पहल के बावजूद भी कुलपति अकर्मण्य बने हुए हैं. बीएनएमयू छात्रों समस्या पर कोई विचार नहीं कर रहा है, जो काफी मांगा पड़ेगा.
छात्र नेताओं का आत्मदाह करने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखना दुखद : छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव ने कहा कि वर्तमान कुलपति छात्रों के साथ अंग्रेज के जैसा व्यवहार कर रहे हैं. कुलपति यह बताये कि बीएनएमयू परिसर में आंदोलन करना किस आधार पर गलत है. विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र नेताओं के साथ अपराधी के तरह व्यवहार कर रहे हैं. छात्र जदयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष निखिल कुमार सिंह ने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्रों का पर्व है, लेकिन दीक्षांत समारोह के दिन कुलाधिपति सह राज्यपाल के समक्ष दो छात्र नेताओं का आत्मदाह करने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखना दुखद है. युवा शक्ति नेता सौरभ यादव ने कहा कि बीएनएमयू में दीक्षांत समारोह का आयोजन कुलपति के द्वारा सिर्फ और सिर्फ कुलाधिपति सह राज्यपाल को खुश करने के लिए और दिखावा करने के लिए किया जा रहा है. इनको छात्र हित से कोई मतलब नहीं है. इनको छात्र हित से मतलब होता तो छात्र का सुधी लेते.
बीएनएमयू में खत्म हो चुका है दीक्षांत समारोह का महत्व : आइसा के जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि दो शोधार्थी के द्वारा राष्ट्रपति को आत्मदाह के लिए आवेदन के बाद दीक्षांत समारोह का महत्व खत्म हो चुका है. एआईएसएफ नेता प्रभात रंजन ने कहा कि बीएनएमयू में दोनों छात्र नेताओं को आत्मदाह से नहीं रोका गया तो रोहित बेमुला के तरह ही घटना की पुनरावृति होगी. भीम आर्मी के बिट्टू रावण ने कहा कि कहा कि छात्र संगठन को नजर अंदाज करना कुलपति को मांगा पड़ेगा. मौके पर छात्र लोजपा के जसवीर पासवान, छात्र राजद के नीतीश कुमार, महाकाल यादव, शैलेंद्र कुमार, संजीव कुमार, संजीत कुमार, गौरव कुमार, एनएसयूआई के अंकित कुमार झा, राहुल कुमार, छात्र जदयू के सनोज यादव, रमेश कुमार राम, आईशा के एजाज अख्तर, राजकिशोर कुमार, युवा शक्ति के रितु रंजन समेत अन्य उपस्थित थे.
इस मामले पर बीएनएमयू कुलसचिव, प्रो डा विपिन कुमार राय ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्र नेताओं से वार्ता हुई है. छात्रों को एफिडेविट देने के लिए कहा गया है कि दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे. विश्वविद्यालय हरसंभव छात्रों के हित के लिए कार्य कर रही है. छात्रों को आंदोलन से नहीं रोका गया है. अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने से रोका गया है.

अमित कुमार अंशु की रिपोर्ट

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