मधेपुरा/बिहार : शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित कलाभवन के सभागार में जिलाधिकारी तरनजोत सिंह की अध्यक्षता में मैट्रिक परीक्षा 2025 के सभी केन्द्राधीक्षकों/संबंधित पदाधिकारियों की ब्रिफिंग संबंधी बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सभी पुलिस पदाधिकारी/दण्डाधिकारी/अनुमंडल पदाधिकारी, मधेपुरा/उदाकिशुनगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित सभी संबंधित केन्द्राधीक्षक उपस्थित थे।
बैठक के क्रम में उपस्थित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मधेपुरा जिलान्तर्गत कुल- 42 परीक्षा केन्द्र निर्धारित है, जिसमें मधेपुरा अनुमंडल अन्तर्गत बालकों के लिए 12 परीक्षा केन्द्र एवं बालिकाओं के लिए कुल 09 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, वहीं उदाकिशुनगंज अनुमंडल अन्तर्गत बालकों के लिए-11 एवं बालिकाओं के लिए 10 परीक्षा केन्द्र निर्धारित की गयी है। उक्त परीक्षा केन्द्रों में मधेपुरा अनुमंडल अन्तर्गत तीन एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल अन्तर्गत एक मॉडल परीक्षा केन्द्र निर्धारित की गयी है।
बैठक के क्रम में शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा हेतु आवश्यक निदेश दिया गया :-
- परीक्षा केन्द्र के गेट पर 4″x5″ का फ्लैग्स लगाने का निदेश दिया गया। जिसमें परीक्षा केन्द्र का नाम अंकित हो, साथ ही अभिभावकों को सूचित किया जाय कि परीक्षा केन्द्र पर धारा-144 लागू है तथा सभी सी०सी०टी०भी० कैमरा के निगरानी में है।
- सभी केन्द्राधीक्षक परीक्षा केन्द्र से 200 गज की दूरी पर अभिभावकों को बैठने के लिए स्थान चिन्हित करते हुए इस संबंध में एक फ्लैग्स लगाने हेतु निदेश दिया गया।
- परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों को प्रवेश होने का समय प्रथम पाली 09:00 बजे पूर्वाहन तक और द्वितीय पाली 01:30 बजे अपराह्न तक ही प्रवेश कराने का निदेश दिया गया।
- परीक्षा अवधि में मिडिया कर्मी का प्रवेश वर्जित रखने का भी निदेश दिया गया।
- अनिवार्य रूप से सी०सी० टी०भी०/ विडियोग्राफी करवाने का निदेश दिया गया।
- सभी परीक्षा केन्द्रों के प्रत्येक कमरा में परीक्षार्थियों को पर्याप्त रोशनी हेतु बल्ब की व्यवस्था किया जाना अनिवार्य है।
- परीक्षा केन्द्र के सभी कमरा में समय की जानकारी के लिए घड़ी की व्यवस्था किया जाना है। यह ध्यान रहे कि घड़ी पूर्णतः चालू हो।
- केन्द्राधीक्षक अपने-अपने परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों की तलाशी के लिए कमरा अथवा घेराबन्दी कर तलाशी करायेंगे। परीक्षार्थियों की तलाशी के समय यह ध्यान रखा जाय कि उनके पास मोबाईल फोन, ब्लू-टूय एवं अन्य इलेक्ट्रोनिक सामग्री तो नहीं है।