मधेपुरा/बिहार : केंद्रीय बजट को छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर, गरीब, वंचितों विरोधी बताकर बुधवार को एनएसयूआई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पुतला दहन किया. भूपेंद्र नारायण मंडल चौक पर एनएसयूआई ने घंटों प्रदर्शन किया व सरकार विरोधी नारे लगाये.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि यह बजट जनता के साथ छलावा और धोखा है. इस बजट से जनता का कोई सरोकार नहीं है. यह देश के चंद मुट्ठीभर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है. यह बजट पूर्णतः छात्र, नौजवान, किसान एवं मजदूर विरोधी है. उन्होंने कहा कि आज आम जनता महंगाई, बेरोजगारी एवं भुखमरी से परेशान है, लेकिन इन बातों का बजट में कही जिक्र नहीं है. आज देश की जनता मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रही है. महंगाई के कारण आटा, दाल, सब्जी एवं दूध खाना मुश्किल हो रहा है. पठन-पाठन सामग्रियों पर सरकार के जीएसटी एवं नई शिक्षा नीति के वजह से महंगी शिक्षा से गरीब एवं कमजोड़ वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है. नौजवान डिग्री लेकर सड़कों पर भटक रहे हैं और बेरोजगारी के कारण निराश होकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं. किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुये हैं और खेती-किसानी में बढ़ते खर्चे एवं फसल के वाजिब दाम नहीं मिलने से आत्महत्या कर रहे हैं. महिलाएं पीड़ित एवं प्रताड़ित हो रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विज्ञापन के जरिये वाहवाही बटोर रहे हैं.
निशांत यादव ने कहा कि सरकार टैक्स में छूट देने की बात कर रही है, जबकि कितने लोगों को इससे लाभ होगा इसका आंकड़ा छुपा रही है. आज एक लाख रुपया महीना आमदनी कमाने वालों की संख्या इस देश में कितनी है, सरकार जवाब दे.
मौके पर छात्र एवं युवा उपस्थित थे.
अमित कुमार अंशु की रिपोर्ट