मधेपुरा/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : प्रखर समाजवादी, स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद भूपेंद्र नारायण मंडल की 122 वीं जयंती पर जहां भूपेंद्र नारायण मंडल के गांव से लेकर सूबे के अलग अलग हिस्सों में जयंती समारोह आयोजित कर उन्हें याद किया जा रहा है, वहीं आजाद पुस्तकालय के संरक्षक डॉ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी, पूर्व कुलसचिव प्रो शचींद्र, भूपेंद्र बाबू के पौत्र दीपक कुमार, सचिव हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने संयुक्त रूप से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा को भूपेंद्र नारायण मंडल की जीवनी भेंट करते हुए जहां सम्मानित किया, वहीं मांग किया है कि भूपेंद्र बाबू के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय में उनके नाम पर चेयर स्थापित हो जो शोध का केंद्र बनें और एक ऐसा सम्मान शुरू किया जाए जो उनकी जयंती पर क्षेत्र अथवा विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करने वाले शिक्षाविद अथवा छात्र छात्राओं को दिया जाए।
आजाद पुस्तकालय के सचिव हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि अगर भूपेंद्र नारायण मंडल सरीखे हस्ती के नाम पर सम्मान की शुरुआत होगी तो यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी साथ ही उड़ान भरने वाली प्रतिभाओं को नई ऊर्जा भी मिलेगी। राठौर ने कहा कि भूपेंद्र बाबू समाजवाद के सहारे समाज के जमीनी लोगों की राजनीति करते थे इसलिए उनके नाम पर सम्मान की शुरुआत और चेयर की स्थापना जरूर करनी चाहिए। राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय को इस क्षेत्र में गंभीर हो पहल की जरूरत है। विश्वविद्यालय में यह बहुत पहले होना चाहिए था लेकिन अब भी बहुत विलंब नहीं हुआ है। आजाद पुस्तकालय की टीम को उम्मीद है कि विश्वविद्यालय भूपेंद्र बाबू को सम्मान देने में और मुखर होगा। राठौर ने कहा कि अगर भूपेंद्र बाबू के नाम पर सम्मान और चेयर की स्थापना होती है तो भविष्य में इसके कई दूरगामी परिणाम देखने के साथ साथ उनके विचारों को और फैलाने की संभावना बढ़ेगी।
विश्वविद्यालय में भव्य रूप से भूपेंद्र जयंती की परम्परा जीवंत करने की जरूरत : राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय में भूपेंद्र जयंती पर वृहद कार्यक्रम आयोजित किया जाए जिसकी परम्परा कुछ वर्षों से खत्म हो गई है। 2018 से पहले भूपेंद्र बाबू की जयंती और विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस का संयुक्त रूप से भव्य आयोजन निरंतर किया जाता था। उस गुजरे वक्त को फिर से जीवंत करने की राठौर ने कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा से आजाद पुस्तकालय की ओर से मांग की।