सुपौल/बिहार : स्व ललित बाबू की पौत्री व सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता सृष्टि मिश्र ने एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा में सफलता हासिल कर जिला का नाम देश स्तर पर जिला का नाम रौशन की है।
बता दें कि सृष्टि मिश्र सुपौल जिला के बलुआ बाजार की रहने वाली हैं और यह उपलब्धि प्राप्त करने वाली अपने गांव व जिला से पहली महिला अधिवक्ता बनी हैं। बलुआ की बेटी व पूर्व रेल मंत्री स्व ललित बाबू की पौत्री जो कि सुप्रीम कोर्ट में केंद्रीय सरकार की अधिवक्ता भी हैं, उन्होंने इतिहास रच कर जिला को गौरवान्वित किया है। उन्होंने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा को अच्छे अंकों से पास किया है।
जानकारी अनुसार नियमों से एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनने के लिए किसी अधिवक्ता को चार वर्ष की वकालत और एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करना होता है। यह परीक्षा काफी कठिन होती है और इससे पास करने के लिए परिश्रम करना पड़ता है। यह परीक्षा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आयोजित किया जाता है और इस परीक्षा को पास करने पर ही सर्वोच्च न्यायालय में मामले दायर करने के लिए अधिवक्ता को अनुमति मिलती है। बिना इस परीक्षा में सफलता प्राप्त किये सर्वोच्च न्यायालय में अधिवक्ता को मामला दायर करने की अनुमति नहीं होती।
एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा में सफलता हासिल करने पर सृष्टि ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरु व सीनियर एडवोकेट रुचि कोहली, हर्षवर्धन झा और युगांधरा झा को दिया है साथ ही अपने माता पिता व अधिवक्ता भाई सुमीत मिश्र का आभार प्रकट किया। उनकी उपलब्धि पर क्षेत्र वासियों ने खुशी प्रकट की है।
रियाज खान की रिपोर्ट