मधेपुरा/बिहार : केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एनएसयूआई एवं आइसा ने संयुक्त रूप से बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित भूपेंद्र नारायण मंडल चौक (कॉलेज चौक) पर सीएए के प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्र नेताओं ने सीएए को संविधान की मूल भावना को आहत करने वाला काला कानून बताया एवं मोदी सरकार के विरोध में घंटों नारेबाजी किया. एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पूर्णतः संविधान विरोधी है. यह संविधान के मूल भावना को आहत कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार देश में किसी के साथ भी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है. यह कानून पूर्णतः धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि जब से मोदी सरकार देश में सत्ता में आई है, लगातार संविधान एवं आम-आवाम के लोकतांत्रिक हितों पर हमले कर रही है. भाजपा एवं आरएसएस के नेताओं द्वारा लगातार संविधान विरोधी बयान दिये जा रहे है. पिछले दिनों भाजपा नेता अनंत हेंगरे ने संविधान बदलने की बात कही है. इससे मोदी सरकार की मंशा साफ जाहिर हो रही है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि आज देश की जनता आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार से परेशान है, लेकिन मोदी सरकार देश की जनता को धर्म की राजनीति कर गुमराह करने का प्रयास कर रही है. आरवाईए जिला संयोजक कृष्णा कुमार ने कहा कि देश की युवा, रोजगार की मांग कर रही है, लेकिन मोदी सरकार मंदिर-मस्जिद की राजनीति कर देश के युवाओं को गुमराह कर रही है. मोदी सरकार के षडयंत्र को देश की जनता समझ चुकी है. मोदी सरकार ने इस देश के गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान को ठगने का काम किया है. आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी.
आइसा जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि चुनाव के समय में दो करोड़ का रोजगार देने वाला जुमला देकर देश के युवाओं को लुभाया और जब सत्ता हाथ आई तो युवाओं को गुमराह करने के लिये जाती एवं धर्म के मुद्दे को उठाया जा रहा है. देश के संविधान एवं लोकतंत्र को कुचलने की साजिश की जा रही है. देश के सार्वजनिक संपतियों को निजी कंपनियों को सौंपा जा रहा है.
प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला सचिव सोनू कुमार, नीतीश कुमार, रंजित कुमार, आशीष कुमार, डूलेन कुमार, बिमलेश कुमार, सुबोध कुमार, निरंजन कुमार, आइसा जिलाध्यक्ष सन्नी कुमार, रणवीर कुमार, राजकिशोर कुमार, सौरभ कुमार, विष्णु कुमार, नवीन कुमार, अविनाश कुमार समेत अन्य छात्र नेता मौजूद थे.
अमित कुमार अंशु की रिपोर्ट