मधेपुरा/बिहार : महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार तथा जिला प्रशासन के सौजन्य से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत जिले के सभी प्रखंडों में एक-एक महिला संकुल स्तरीय संघ में महिला मुद्दों पर आधारित फिल्म गुंजन सक्सेना का प्रदर्शन किया गया साथ ही सखी वार्ता का आयोजनं भी किया गया। कार्यक्रम में आई.सी.डी.एस द्वारा गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई।
इस दौरान वन स्टॉप सेन्टर एवं जिला हब फ़ॉर एम्पोवेर्मेंट ऑफ वीमेन, मधेपुरा के पदाधिकारी एवं कर्मियों द्वारा उपस्थित महिलाओं को महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर, सामाजिक पुनर्वास, जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, 181, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया साथ ही जिले के सभी संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा आई.सी.डी.एस के तहत संचालित सभी छः सेवाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार द्वारा मिशन शक्ति योजना का प्रारंभ किया गया है। यह योजना महिलाओं सम्पूर्ण लाइफ साइकिल पर आधारित है, महिलाएं अपनी समस्या जिला समाहरणालय परिसर स्थित वन स्टॉप सेंटर अथवा जिला हब फोर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन कार्यालय को दूरभाष, ईमेल एवं कार्यालय में उपस्थित होकर दे सकती है।
जिला मिशन समन्वक, मो0 इमरान आलम ने कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार लाने के लिए प्रधानमंत्री वंदना योजना अहम भूमिका निभा रही है। इसके तहत प्रथम वार गर्भवती होने वाली माता को सशर्त दो किस्तों में ₹5000 दिया जाता है एवं द्वितीय संतान कन्या शिशु होने पर एक मुफ्त ₹6000 माता के खाता में DBT के माध्यम से दिया जाता है।
वन स्टॉप सेंटर मधेपुरा केंद्र प्रशासक कुमारी शालिनी ने कहा कि अब महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं है, महिलाओं से संबंधित सभी तरह के समस्या के समाधान के लिए समाहरणालय परिसर में वन स्टॉप सेंटर एवं जिला हब एंपावरमेंट ऑफ़ वीमेन कार्यालय संचालित है जिसके तहत महिलाओं को महिलाओं से संबंधित सभी तरह की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। वहीं लैंगिक विशेषज्ञ राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बालिकाओं को राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने में आम भूमिका निभा रही है।
कार्यक्रम में सभी महिला पर्यवेक्षिका, सामुदायिक समन्वयक जीविका, सभी प्रखंड समन्वयक, जीविका दीदी, सेविका, सहायिका साथ-साथ कई महिलाएं मौजूद थी।