शराब पीने के जुर्म में गिरफ्तार व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत, जेल अधीक्षक एवं उत्पाद विभाग के अधिकारी पर कार्रवाई की मांग

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मधेपुरा/बिहार : शराब पीने के जुर्म में गिरफ्तार व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत होने से मृतक के परिजनों द्वारा सोमवार को सदर अस्पताल एवं थाना चौक पर घंटों मुख्य सड़क को जाम एवं प्रदर्शन कर मंडल कारा अधीक्षक एवं उत्पाद विभाग के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया. मृतक के परिजनों ने मंडल कारा अधीक्षक एवं उत्पाद विभाग पर आरोप लगाया कि मंडल कारा अधीक्षक एवं उत्पाद विभाग के द्वारा मृतक के साथ मारपीट की गई है, जिसके कारण उसकी मौत हुई है. मृतक राजेंद्र साहनी उर्फ लंबू के मौत की खबर सुनते ही मृतक के परिजनों की भीड़ सदर अस्पताल में पहुंच गई जिसके बाद परिजनों के द्वारा पहले तो लगभग 12:30 बजे से सदर अस्पताल के ओपीडी विभाग के सामने मुख्य सड़क पर मृतक के शव को रखकर मुख्य सड़क को लगभग दो घंटे तक जाम रखा. जिसके बाद पुनः परिजनों द्वारा मृतक के शव को सदर थाना के आगे मुख्य सड़क पर मृतक के शव को रखकर दो घंटे तक सड़क जाम किया गया.

मंडल कारा अधीक्षक एवं उत्पाद विभाग के संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की मांग : सड़क जाम के दौरान मृतक के परिजन लगातार मंडल कारा अधीक्षक, उत्पाद विभाग के संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. सदर अस्पताल के समक्ष सड़क जाम के दौरान मृतक के परिजनों से अंचलाधिकारी योगेंद्र दास, थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी ने वार्ता कर जाम समाप्त कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन मंडल कारा अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. वहीं लगभग 04:30 बजे सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरज कुमार सिन्हा एवं सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव ने परिजनों से वार्ता कर एवं उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त करवाया. लगभग चार घंटे जाम के कारण आवागमन करने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.

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परिजनों को दी गई बीमार होने की जानकारी, पहुंचे तो सामने मिला मृतक का शव : जानकारी के अनुसार बीते छह जुलाई यानी गुरुवार की देर शाम को उदाकिशुनगंज हाई स्कूल के मैदान के समीप से बिहारीगंज थाना अंतर्गत गोड़पार के गोरिहारी टोला वार्ड नंबर 14 निवासी मृतक राजेंद्र साहनी उर्फ लंबू को शराब पीने के जुर्म में उत्पाद विभाग द्वारा गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया गया. मृतक के परिजनों ने बताया कि सोमवार की सुबह उन लोगों को सूचना दिया गया कि मृतक राजेंद्र सहनी बीमार चल रहे हैं एवं मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है. सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन मृतक से मिलने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो वहां राजेंद्र सहनी नहीं मिले. जिसके बाद उन लोगों ने पूछताछ किया तो पता चला कि राजेंद्र सहनी सदर अस्पताल में हैं. जब वे लोग सदर अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मालूम चला कि राजेंद्र सहनी की मौत हो चुकी है.

 मृतक के शरीर पर थे चोट के गहरे निशान, परिजन ने लगाया मारपीट का आरोप : आक्रोशित परिजनों ने बताया कि राजेंद्र साहनी के मौत के बाद उन लोगों ने जब उसके शरीर को देखा तो उसके शरीर पर पूरी जगह चोट के निशान थे. जिससे यह पता चलता है कि जेल के अंदर एवं उत्पाद विभाग के द्वारा उनके साथ बड़ी बेरहमी से पिटाई की गई है. जिसके कारण उसकी मौत हुई है और साजिश के तहत मौत को छुपाने के लिए इलाज के नाम पर उनलोगों को गुमराह कर पहले तो उन लोगों को मेडिकल कॉलेज बुलाया गया फिर सदर अस्पताल भेजा गया. लगभग चार घंटे तक चले जाम के बाद परिजनों से वार्ता करने पहुंचे एसडीओ व एसडीपीओ ने परिजनों को यह आश्वासन दिया कि मामले की जांच न्यायालय के निर्देश एवं देखरेख में किया जायेगा तथा इसके लिए अलग से मजिस्ट्रेट तैनात किया जायेगा. साथ ही पुलिस प्रशासन भी शख्ती से मामले की जांच व कार्रवाई करेगी.

मृतक पर निर्भर करता था पत्नी सहित सात बच्चों का भरण पोषण : परिजनों ने बताया कि मृतक राजेंद्र सहनी घर का इकलौता कमाऊ व्यक्ति था उसके कमाई पर पत्नी सहित चार पुत्र एवं तीन पुत्री का भरण पोषण निर्भर करता था. जिसमें 21 वर्षीय पुत्री रिंकू, 20 वर्षीय पुत्री बबली, 17 वर्षीय पुत्र तूफान सहानी, 16 वर्षीय पुत्र बबाली कुमार, 11 वर्षीय पुत्री ननकी कुमारी एवं नौ वर्षीय जुड़वा पुत्र हीरा व हिमांशु शामिल हैं. मृतक मछली बेचने का काम करता था. गुरुवार को भी रोज की तरह मछली बेचकर वह उदाकशनगंज सब्जी लाने के लिए घर से निकला था. जिसके बाद उन लोगों को सूचना मिली कि उत्पाद विभाग के द्वारा उसे शराब पीने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है.

अमित अंशु की रिपोर्ट


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