मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : वज्रपात की चपेट में आने से 67 वर्षीय अर्जुन साह की मृत्यु हो गई थी लेकिन महीनों बाद भी मृतक की पत्नी आपदा के तहत मिलने वाली सरकारी मुआवजा के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है।
मामला जिला के मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रतनपट्टी वार्ड नंबर 3 का है। जहां बीते वर्ष सितंबर माह में वज्रपात की चपेट में आने से 67 वर्षीय अर्जुन साह की मृत्यु हो गई थी, तब से लेकर आज तक मृतक की वृद्ध पत्नी मुआवजे की राशि के लिए स्थानीय सरकारी कार्यायलों का चक्कर लगा-लगा थक चुकी है, सभी जगह से मायूसी मिलने के बाद मृतक की पत्नी गिरजा देवी ने आज जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर मुआवजे के लिए गुहार लगाई है।
जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर उन्होंने सूचित किया कि 26 सितंबर 2022 को वज्रपात की चपेट में आने से उनके पति की मृत्यु हो गई थी। सूचना के बाद स्थानीय थाना से आई पुलिस के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आपदा के तहत मिलने वाली मुआवजा से संबंधित सभी दस्तावेज, बैंक पासबुक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित अन्य जरूरी कागजात अंचलाधिकारी को सौंप दिया गया था। घटना को 3 महीने बीत जाने के बावजूद भी अभी तक उनके खाते में मुआवजा की राशि का भुगतान नहीं हो पाया और ना ही अंचलाधिकारी के द्वारा कोई संतोषजनक आश्वासन मिला है। मृतक की पत्नी गिरजा देवी को उम्मीद है कि जिला पदाधिकारी उनकी गुहार को जरूर सुनेंगे।
मुरलीगंज से मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट