मधेपुरा/बिहार : जिला मुख्यालय स्थित गोशाला परिसर में नौ, 10 एवं 11 नवंबर को होने वाले राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे आयोजन को यादगार रूप देने के लिए आयोजन समिति एवं उप समिति लगातार सक्रिय है. राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के मीडिया प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि महोत्सव के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन ने उप विकास आयुक्त नितिन कुमार सिंह की अध्यक्षता एवं सदस्य सचिव सह सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार के नेतृत्व में 15 सदस्यीय संचालन एवं पर्यवेक्षण समिति का गठन किया है. समिति का यह दायित्व है कि महोत्सव से जुड़ी सभी तैयारियों पर नजर रखेगी एवं हर स्तर पर विधि व्यवस्था दुरुस्त रखते हुये आयोजन को यादगार बनायेगी. राठौर ने कहा कि समिति उप विकास आयुक्त नितिन कुमार सिंह एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार सहित अन्य सदस्यों के नेतृत्व में महोत्सव को पिछले महोत्सवों से और बेहतर आयोजन को संकल्पित है.
स्थानीय एवं बाहरी कलाकारों को हुई असुविधा नहीं की जायेगी बर्दाश्त : संचालन एवं पर्यवेक्षण समिति ने चयन समिति से उम्मीद जताई है कि स्थानीय स्थापित एवं नवोदित कलाकारों को अधिक से अधिक भागीदारी मिले एवं ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ स्थानीय कलाकारों के गायन, वादन, नृत्य व नाटक से महोत्सव सफलता की नई लकीर खिंचेगा. राठौर ने बताया कि जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा महोत्सव की सफलता को लेकर समितियों के साथ बैठक कर, तैयारियों का जायजा लेने के साथ, विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर, विभागीय स्तर पर सहयोग प्रदान कर, महोत्सव में भागीदारी देकर विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश भी दिया है. डीएम ने कहा है कि किसी स्तर पर कोई चूक अथवा स्थानीय एवं बाहरी कलाकारों को हुई असुविधा बर्दास्त नहीं की जायेगी.
आमजन से अधिक से अधिक भागीदारी की डीएम व एसडीएम ने की अपील : राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के मीडिया प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह गौशाला अध्यक्ष नीरज कुमार ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि यह महोत्सव आमजन का महोत्सव है, जो जिला प्रशासन की तैयारी के साथ, आम लोगों की भागीदारी व सहयोग से ही सफल हो सकता है. अधिक से अधिक भागीदारी देकर महोत्सव में गायन, वादन एवं नृत्य की त्रिवेणी संगम का आंनद लें. यहां के आम जन के सहयोग एवं शांति व्यवस्था की अपनी पहचान रही है. राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव में जिला प्रशासन को यही उम्मीद रहेगी. आयोजन समिति ने स्थानीय कलाकारों से अपील किया है कि गायन, वादन एवं नृत्य में आडिशन में प्रस्तुति दें एवं अपनी दावेदारी सुनिश्चित करें. जिससे कला संस्कृति के क्षेत्र में स्थानीय प्रतिभाओं को अधिक से अधिक मौका मिल सके. गोशाला परिसर स्थित महोत्सव स्थल पर ही सात नवंबर को चयन समिति दो बजे से कलाकारों का चयन करेगी.