पटना/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : पूरे देश में महिला एवं पुरूष प्रताड़ना पर लगातार 10 वर्षों से कार्य करने वाला संगठन महिला विकास मंच के सामने एक नया मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता गुलनी, नालंदा निवासी अनिमेष सिंह की पुत्री शिखा रंजन ने आज महिला विकास मंच के साथ प्रेस वार्ता कर ये जानकारी दी है कि कैसे पिछले 4 वर्षो से उन्हें उनके ससुराल वालों के द्वारा लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। शिखा ने बताया 27 अप्रैल 2018 को उनकी शादी निरज कुमार से हुई थी। शादी के तुरंत बाद जब वो आने ससुराल गयीं तो उनसे 15लाख दहेज में रूप में मांग की गई और जब घर वालों ने देने में असमर्थता जताई तो ससुराल पक्ष के द्वारा उन्हें मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। लगातार सामाजिक दवाब बनाने के बाद भी बात नहीं मानने पर पीड़िता ने हिलसा न्यायालय में केस दर्ज किया, जिसका नम्बर 417/2019 है। केस दर्ज होने के बाद प्रशासनिक दवाब के बाद पति रखने को तैयार हुआ, ससुराल वालों के द्वारा कुछ दिनों बाद पुनः 15 लाख की मांग की जाने लगी, नहीं दे पाने पर घर वाले जान से मारने की कोशिश करने लगे।
प्रेस वार्ता में शिखा ने आगे कहा कि मेरे पति के चरित्र का पर्दाफास तब हुआ जब कई अन्य महिलाओं से इसके संबंध की जानकारी मुझे लगी, मैने खुद किसी अन्य लड़की के नाम से लगभग 4 महीने तक गर्लफ्रेंड बन कर बात करती रही, बंगलोर में फ्लैट पर अचानक पहुचने पर कई बार अन्य लड़कियों संग मैने पकड़ा है, पति जब घर खरीदने लगा तब घर मे रहने के बदले मुझसे 15 लाख का डिमांड करने लगे, इसके अलावे प्रत्येक दिन कई तरह की यातनाएं देता रहा। प्रेस वार्ता के दौरान महिला विकास मंच के संरक्षक वीणा मानवी ने सरकार के हवाले कहा है कुछ ही दिनों में सरकार महिला दिवस जोर-शोर से मनाने की तैयारी कर रही है, लेकिन मैं सरकार से कहना चाहूंगी जिस जगह पे महिला आयोग ही नही है, जहां महिलाओं की पीड़ा कोई सुनने वाला ही नही है, वहां ये सब ढकोसला है। आये दिन महिलाओं पे अत्याचार के मामले मेरे पास आते रहते हैं जिसकी सुनवाई न थाने में हो पाती है और न ही कोई आला अफसर के पास। इस दौरान महिला विकास मंच के राष्टीय अध्यक्ष अरुणिमा ने भी कई गंभीर मुद्दों को उठाया।
प्रेस वार्ता में शिखा के परिजन, प्रदेश अध्यक्ष इंदिरा सिंह ,फातिमा खातून इत्यादि मौजूद रहें।