नालंदा/बिहार : जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के जिला जिला परिषद सभागार में फ़रोग़-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा तथा जिला स्तरीय उर्दू कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य की द्वितीय राज्य भाषा उर्दू के विकास एवं प्रचार प्रसार हेतु उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, बिहार के तत्वावधान में जिला उर्दू भाषा कोषांग द्वारा यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता -सह- प्रभारी जिलाधिकारी नौशाद अहमद के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी ने उर्दू भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस भाषा को सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आशय का एक अनुरोध पत्र विभाग को भेजा जाएगा।
सेमिनार में बेनाम गिलानी द्वारा “उर्दू का फ़रोग़ और हमारी जिम्मेदारियां” के संबंध में आलेख प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही तनवीर शाकित, गुफरान नज़र आदि द्वारा भी अपना आलेख प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में भूमि सुधार उपसमाहर्ता बिहार शरीफ कुमार प्रशांत तथा अपर अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ मुकुल मनी पंकज द्वारा भी उर्दू में नज़्म पेश किया गया। मुशायरे में अमन नालन्दवी, हबीब दरभंगी, तनवीर शाकित, बेनाम गिलानी, गुफरान नजर, अतहर हिलसवी, जाहिद हुसैन आजाद, तंग अय्यूबी, वसीम असगर नालन्दवी, मोबीन उद्दीन मोबीन, युसूफ फैजी, अशफाक चकदीनवी, जफर फिरदौसी, नवनीत कृष्ण आदि द्वारा एक से बढ़कर एक शायरी एवं नज्म पेश किया गया।
इस अवसर पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता बिहार शरीफ, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अपर अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ , जिला उर्दू कोषांग के प्रभारी-सह- निदेशक डी आर डी ए किशन कुमार सहित अन्य पदाधिकारी एवं उर्दू भाषा प्रेमी आदि उपस्थित थे।