मधेपुरा/बिहार : जिले के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के बीड़ी रणपाल पंचायत के वार्ड संख्या 2 निवासी कामो यादव के 28 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार को सोमवार के रात करीब 10 बजे घर के बाहर अज्ञात लोगों ने गोली मारकर जख्मी कर दिया। जख्मी का ईलाज पूर्णिया के एक अस्पताल में चलने की बात बताई जा रही है। घटना की वजह साफ नहीं हो पाया है । परिजन व स्थानीय लोग खुलकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस को भी सही वजह का पता नहीं चल पाया है।
थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह ने बताया कि जानकारी मिलने पर वह जख्मी के घर गए हुए थे। जहां जख्मी के ईलाज चलने की जानकारी मिली। लेकिन परिजनों ने आवेदन नहीं दिया है। बताया जाता है कि आनन-फानन में परिजन और आसपास के लोगों ने जख्मी प्रिंस कुमार को लेकर उदाकिशुनगंज पीएचसी इलाज के लिए पहुंचा पर उनकी हालत गंभीर देख कर उन्हें रेफर कर दिया गया। फिलहाल जख्मी प्रिंस कुमार का इलाज पूर्णियाँ के के निजी अस्पताल में चल रहा है। वह फिलहाल आईसीयू में भर्ती है।
मिली जानकारी अनुसार प्रिंस कुमार को दो गोली मारी गई है। एक गोली आर पार हो गई थी और दूसरी गोली उनके शरीर के अंदर फंसी हुई थी। थाना अध्यक्ष शशि भूषण सिंह ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है कुछ लोगों के द्वारा गोली चलाने की घटना की जानकारी मिली है फिलहाल प्रिंस कुमार घर पर नहीं था वह कहीं इलाजरत है। मामले की पूर्णरूपेण जानकारी ली जा रही है जख्मी प्रिंस कुमार से मिलकर बयान लिया जाएगा या उनके परिजनों द्वारा अगर आवेदन थाने को दी जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों के अनुसार जानकारी मिली की प्रिंस कुमार के घर के आगे चौराहा के समीप कुछ लोग आपस में झंझट कर रहे थे जोर जोर से आवाज आने पर प्रिंस कुमार अपने घर से निकलकर देखने पहुंचा, वहाँ से लौट कर जैसे ही अपने दरवाजे पर पहुंचा कि अचानक दो अज्ञात लोगों द्वारा उन पर ताबड़तोड़ दो गोली चलाई गई जिसमें दोनों गोली उनको लगी। वहीं चिकित्सा प्रभारी डॉ इंद्र भूषण कुमार ने कहा कि रात में पीएचसी प्रिंस कुमार को लेकर कुछ लोग पहुंचे थे जहां डॉक्टर को बताया गया था कि यह गिर गया है इसके पेट में कुछ धस गया है। डॉक्टर उनको अच्छी हालत में देखा। डॉक्टर को गन शॉट का निशान नहीं दिखा । बाद में परिजनों ने कहा कि हम किसी प्राइवेट नर्सिंग होम में दिखवा लेंगे उसके बाद उन्हें रेफर कर दिया गया।
प्रिंस कुमार के चचेरे भाई शिक्षक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि अपराधी हमें मारने की मंशा से आए हुए थे। अपराधियों को देख हमने शोर किया। उस वक्त मैं अपने दरवाजे पर था जब तक मेरे ऊपर अपराधियों द्वारा गोली चलाई जाती मेरे चचेरे भाई प्रिंस कुमार मुझे बचाने आगे आ गये और गोली मेरे भाई प्रिंस कुमार को लग गई। उसके बाद लोगों के जमा होने पर अपराधी फरार हो गए, घटना के बाद जखमी हालात में उसे उदाकिशुनगंज अस्पताल लेकर पहुंचा फिर उसे बेहतर इलाज के लिए पूर्णिया मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।