मधेपुरा : सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ हुआ शहीद आशुतोष का अंतिम संस्कार, अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब

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 घैलाढ़ से अमित कुमार की रिपोर्ट : 

घैलाढ़/मधेपुरा/बिहार : सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ शहीद आशुतोष का अंतिम संस्कार किया गया, अंतिम दर्शन को उमड़े जन सैलाब ने ये बता दिया कि आशुतोष के प्रति लोगों में कितनी दीवानगी थी। आशुतोष को मुखाग्नि उनके पिता रविंद्र भारती ने दिया। मुखाग्नि बाद काफी देर तक डीएम और एसपी दाह संस्कार स्थल पर मौजूद रहे। शहीद के पिता रविंद्र भारती से जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला ने मिला और कहा कि आपका एक पुत्र देश के लिए शहीद हुआ है लेकिन दूसरा पुत्र मैं भी हूं। डीएम ने शहीद के पिता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आशुतोष की पूर्ति तो नहीं की जा सकती, लेकिन आपको कोई परेशानी नहीं आने दिया जायेगा। उन्होंने शहीद के पिता को कहा कि जब भी कोई जरूरत या परेशानी हो बेहिचक अवगत कराये तुरंत मुहैया कराई जायेगी।

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आशुतोष के जाने का गम एवं देश के लिये शहीद हो जाने की है खुशी : गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के कुपवारा के माछिलघाटी में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हुये कैप्टन आशुतोष का पुरे सैन्य सम्मान एवं राजकीय सम्मान के साथ बुधवार को उनके पैत्रिक गांव घैलाढ थाना के परमानंदपुर ओपी अंतर्गत जागीर टोला में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले स्थानीय मधेपुरा लोकसभा के सांसद दिनेशचंद्र यादव, पूर्व मंत्री सह सदर विधायक प्रो चंद्रशेखर यादव, जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, उपसमाहर्ता उपेंद्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक अजय नारायण यादव आदि ने अपना श्रधासुमन अर्पित किया और परिजनों को सांत्वना दिया, जिसके बाद शहीद आशुतोष का अंतिम संस्कार किया गया। पैतृक गांव जागीर गांव शव पहुंचते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया। आशुतोष घर का एकलौता चिराग था। परिजनों ने बताया कि उसके जाने का गम एवं देश के लिये शहीद हो जाने की खुशी भी है। दो बहन में इकलौता आशुतोष था।

आशुतोष के पार्थिव शरीर को देख बिगड़ी मां-बहन की हालत : पिता ने फफक-फफक कर कहा एक पुत्री की शादी हो चुकी है एवं दूसरे पुत्री की शादी आशुतोष के दीपावली की छुट्टी में घर आने के बाद करता, लेकिन भगवान को यह मंजूर नहीं था। आशुतोष के पिता रवींद्र भारती ने कहा कि इकलौते पुत्र को हमने भले खो दिया लेकिन ख़ुशी है कि मेरा बेटा भारत मां की रक्षा करते हुए देश के लिए शहीद हुआ है। उन्होंने कहा कि उसका जन्म ही देश सेवा के लिए हुआ था। क्योकि लाख कहने के बाद भी वो सेना ही ज्वाइन किया था, उसे कई बार कहा गया कि आप सिविल में नौकरी कर लो लेकिन उन्होंने किसी की नहीं मानी वो सेना में ही गया। भारत माता ने उन्हें अपने आंचल में जगह दिया है। ये सबको नसीब नहीं है. मेरा बेटा शहीद होकर भी हमे गर्वित कर गया। आशुतोष के पार्थिव शरीर को देख परिवार में सबकी हालत बिगड़ गई। मां और बहन एवं अन्य परिजनों की चीख पुकार से सबकी आंखें नम हो उठी। गांव के लाल का अंतिम दर्शन करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।

शहीद जवान के सम्मान में दी गई 39 चक्र गोलियों की सलामी : राजकीय सम्मान के साथ एवं फूल माला का चक्र से सम्मानित कर शहीद कैप्टन आशुतोष एकलौता पुत्र को पिता रविंद्र कुमार भारती ने उन्हें मुखाग्नि दी। शहीद जवान के सम्मान में 39 चक्र गोलियों की सलामी दी गई। सलामी हेतु 15 बीएमपी बटालियन के जवानों की टुकड़ी को एक निर्धारित समय पर फायर करने की अलर्ट किया गया था, जिन्होंने पहले सलामी दी, जिसके बाद सेना के जवानों के द्वारा एक साथ आ गोलियों का तीन चक्र चलाया गया।

मद्रास रेजीमेंट में आर्मी कैप्टन पद पर कार्यरत थे आशुतोष : शहीद वीर जवान कैप्टन आशुतोष कुमार 2018 ई में (एनडीए) नेशनल डिफरेंस एकेडमी के द्वारा मद्रास रेजीमेंट में अच्छे अंक पाकर आर्मी कैप्टन पद पर कार्यरत हुये। डीएसपी व एसडीओ के नेतृत्व में बीडीओ संजीत कुमार, सीओ चंदन कुमार आदि अधिकारी व कर्मी पहुंचकर सभी व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान जदयू जिला अध्यक्ष विजेंद्र नारायण यादव, जदयू प्रखंड अध्यक्ष राज किशोर यादव, जिला उपाध्यक्ष अशोक कुमार यादव, गौतम कृष्ण, मधेपुरा ब्रांच मैनेजर, एसबीआई बरदाहा ब्रांच मैनेजर धर्मेंद्र कुमार, घैलाढ़ एसबीआई ब्रांच मैनेजर रानी कुमारी आदि लोगों अंतिम संस्कार में मौजूद थे।

देश रक्षा करते हुए शहीद हुए आशुतोष : मधेपुरा लोकसभा के सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि देश रक्षा करते हुए शहीद हुए आशुतोष अमर हो गये है, उनकी शहादत को सदा याद रखा जायेगा। पूर्व मंत्री सह सदर विधायक प्रो चंद्रशेखर ने कहा सरकार शहीद हुए सैनिक के परिवार को पांच करोड़ का मुआवजा दे और उनके परिवार के जीवन यापन हेतु बेहतर व्यवस्था करे। जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला ने कहा कि शहीद आशुतोष को खोना अपूर्णीय क्षति है, लेकिन देश की रक्षा हेतु वो शहीद हो गये, ये गर्व की बात है। पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने कहा कि देशप्रेम से ओतप्रोत शहीद आशुतोष भारत मां की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है, ये व्यर्थ नही जायेगा।


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