छातापूर/सुपौल/बिहार : लगातार बीते चार दिनों से हुई मूसलाधार बारिश के कारण सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड क्षेत्र का कई गांव पानी पानी हो गया है। मुख्यालय में जगह जगह जल भराव हो गया है और निचले इलाके में बारिश का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है, झमाझम बारिश के बाद उत्पन्न बाढ़ जैसे हालात में तटबंध के बिना खुले में बह रही सुरसर व गैङा नदी का पानी ने आग में घी का काम किया है, जिसके कारण प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ में खङी धान की फसल डुब गई है, वहीं पानी में गोङा गया जूट फसल का चांक बह जाने से किसानों के होश फाख्ता हो गये हैं, बारिश और नदियों से उफनाई पानी ने दर्जनों इलाकों में कच्ची पक्की सङकों को बहा कर आवागमन बाधित कर दिया है। वही माधोपुर पंचायत वार्ड नम्बर एक व चार होते हुए एस एच 91को जाने वाली सड़क भी जल मग्न हो गई है।
हालात इस कदर है कि बारिश और बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, जहां खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग विकट परिस्थितियों से जुझ रहे हैं। मुख्य व नगदी फसलों के नुकसान से किसान बदहवास हैं और उन्हें जीवन यापन की चिंता सता रही है, प्रभावित किसान फसलों की बर्बादी के बाद अब निराश होकर सरकारी मुआवजे की आस में बैठे है। परंतु प्रशासनिक अधिकारी व पदाधिकारी इन हालातों से बेखबर हैं और आपदा जैसी स्थिती में किसान व ग्रामीणों की चिंताओं से उन्हें कोई वास्ता नहीं रह गया है।