मधेपुरा/बिहार : बिहार आंगनबाड़ी संघर्ष समिति के आह्वान पर सोमवार से 17 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका सहायिका हड़ताल पर चली गई है। हड़ताली सेविका सहायिकाओं ने जिला के पुरैनी प्रखंड स्थित सीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।
संघ के प्रखंड अध्यक्ष फरजाना खातुन ने कहा कि हम लोग अपने मानदेय वृद्धि को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कोरोना जैसी महामारी के दौरान सरकार के सभी आदेशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करते हुए सरकारी कार्यों को सुचारू रखा। अपने परिवार की जान-जोखिम में रखते हुए सरकार के आदेशों का पालन किया। घर-घर जाकर राशन सामग्री का वितरण, कोरोना संक्रमितों की पहचान, स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर इलाज करना, सर्वे करना आदि कार्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने किया। लेकिन, 50 प्रतिशत मानदेय वृद्धि का मामला अभी तक लंबित है। वर्तमान समय में मिल रहे मानदेय से हमलोगों का जीवन-यापन संभव नहीं है।
फरजाना खातुन ने कहा कि जब तक सरकार आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को उनकी मांगों के अनुरूप सरकारी कर्मचारी का दर्जा, सेविका को 21 हजार रुपये तथा सहायिका को 15 हजार रुपये मानदेय नहीं देती है, तब तक हमलोगों का आंदोलन जारी रहेगा।
इस अवसर पर सेविका अन्नपूर्णा ज्योति, निपू कुमारी, कुन्दन कुमारी, रानी, बेला, संजू, प्रतीक्षा , पिंकी, अंजु, ललिता कुमारी, सहायिका संगीता देवी, प्रमीला , आदि मौजूद थी।