मधेपुरा/बिहार : यूभीके कॉलेज कड़ामा में उदाकिशुनगंज अनुमंडल पदाधिकारी एसजेड हसन का विदाई सह सम्मान समारोह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ माधवेंद्र झा की अध्यक्षता में हुई।
आयोजित विदाई सह सम्मान समारोह कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं व शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारियों मौजुद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ माधवेंद्र झा ने कहा कि एसडीओ एसजेड हसन एक ऐसे पदाधिकारी है, जिन्होने अपने नेतृत्व क्षमता व कार्यकुशलता से लोगों के दिलों में जगह बनाया है। अनुमंडल के आमजन इन्हें इनके द्वारा किये गये सराहनीय कार्य चाहे बाढ़ की त्रासदी हो, या कोरोना महामारी, कहीं हत्या हुई हो या फिर कहीं लॉ एन ऑर्डर का उल्लंघन सभी जगह अपने तीव्र निर्णय के लिए सदैव अनुमंडल के याद रखेंगे। इन्होने अनुमंडल को गौरवान्वित किया है साथ ही साथ आमजन के बीच अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
प्राचार्य ने कहा कि एसजेड हसन साहब प्रखंड विकास पदाधिकारी के तौर पर उदाकिशुनगंज आए थे और उसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में लेकिन अब ईश्वर से यह प्रार्थना है कि वह अब जिला में जिला अधिकारी के रूप में मधेपुरा आए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन ने कहा कि व्यक्ति अपने पद से नहीं बल्कि अपने व्यक्तित्व से जाना जाए तो वह लोगों के दिलों में सदैव बसता है, उदाकिशुनगंज अनुमंडल के लोगों ने सदैव ही यहां के पदाधिकारियों पर प्यार लुटाया है, उदाकिशुनगंज अनुमंडल कभी भी मेरे दिल से नहीं निकल सकता।
एसडीओ ने मौजूद छात्र छात्राओं को शैक्षणिक गतिविधियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्हें बीपीएससी यूपीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के छात्र सूर्यवंशी कुमार ने जहां “तू कल चला जाएगा तो मैं क्या करूंगा” गीत गाकर माहौल को गमगीन किया तो वही महाविद्यालय के ही छात्र कृष्णा कॉमेडियन ने दर्जनों सेलिब्रिटी की मिमिक्री करके लोगों को खूब हंसाया।
विदाई सह सम्मान समारोह के दौरान मौके पर भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शिवेंद्र आचार्य, कम्युनिटी कॉलेज के निदेशक इंजीनियर सिप्पू झा, प्रोफेसर अमरेंद्र झा, प्रोफेसर चंद्रशेखर मिश्रा, प्रोफेसर प्रेमनाथ आचार्य, प्रोफेसर प्रकाश मिश्रा, रविंद्र नाथ आचार्य, नंदन मिश्र, शारदाकांत भारद्वाज, संजीव कुमार सुमन इत्यादि उपस्थित थे।