नालंदा/बिहार : जिले के गिरियक के विंस पावापुरी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ पीके चौधरी अस्पताल अधीक्षक, डॉ ज्ञान भूषण, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह के प्रयास से दूसरे दिन हड़ताल समाप्त कर दिया गया । विम्स प्रशासन एवं मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य कर्मचारी संघ एटक के बीच वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त हो गया ।
बता दें कि 2 दिनों से आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर थे । एटक के अध्यक्ष डॉ अमित कुमार पासवान ने बताया कि आउटसोर्सिंग के तहत सभी स्वास्थ्य कर्मी 2017 से पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यरत हैं। इनकी प्रमुख मांगों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का ग्रुप सी एवं ग्रुप डी में संविदा पर बहाली की जाए। आउट सोर्स कर्मी बकाया वेतन का भुगतान एवं इपीएफ ईएसआईसी का बीमा का लाभ दिया जाए । साथ ही बिचौलिया माध्यम खत्म किया जाए । कोरोना मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में सेवा दे रहे सभी स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशस्ति प्रमाण पत्र एवं अनुभव प्रमाण पत्र दी जाए । विम्स में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को तत्काल प्रभाव से 60 वर्षों के लिए सेवा शर्त लागू की जाए। सभी कर्मियों का ड्यूटी रोस्टर कोविड-19 को लेकर बनाया जाए।
उन्होंने ने हड़ताली कर्मियों के विम्स प्रशासन ने सारी मांगों को जायज ठहराया और कहा कि जल्द ही इन मांगों पर विचार के लिए विभाग के पास भेजेगी । इसके बाद विम्स प्रशासन व आउटसोर्सिंग कर्मियों के प्रतिनिधि के साथ वार्ता के बाद हड़ताल वापस ले ली और उसके बाद अपने अपने काम पर लग गए। एटक ने अपनी हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा करते हुए कहा कि अगर इन मांगों को एक सप्ताह के अंदर पूरा नहीं किया गया तो 200 आउटसोर्सिंग कर्मचारी पुनः हड़ताल पर चले जायेंगे।
वार्ता में नीरज कुमार, सुरभि कुमारी, रंजीत कुमार, सुनील कुमार के अलावा सभी आउट सोर्स कर्मी प्रतिनिधि शामिल थे।