नालंदा/बिहार : जलवायु परिवर्तन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनना होगा। प्रत्येक व्यक्ति को हरित आवरण को बढ़ाने के लिए अवश्य रूप से वृक्षारोपण करना होगा। वृक्षारोपण से भी ज्यादा महत्वपूर्ण पौधों की देखभाल कर उन्हें वृक्ष के रूप में पोषित करना है। प्रत्येक परिवार को कम से कम अपने प्रत्येक बच्चे के नाम पर एक पौधा अवश्य रूप से लगाना चाहिए तथा इन पौधों को अपने बच्चों की तरह देखभाल कर पोषित कर वृक्ष के रूप में परिवर्तित करना चाहिए।
उक्त बातें आज जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने कही। वह आज पुलिस लाइन बिहारशरीफ में आयोजित मिशन 2.51करोड़ वृक्षारोपण के समापन समारोह एवं वन महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन वन विभाग द्वारा किया गया था।
इस अवसर पर वन प्रमंडल पदाधिकारी नालन्दा नेशामणि के० ने अपने संबोधन में कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बिहार राज्य में 2.51 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया था, जिसे पूरा कर लिया गया है। नालंदा जिला में भी निर्धारित लक्ष्य 7.35 लाख से अधिक वृक्षारोपण किया जा चुका है, जो अभी भी जारी है। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन में वन विभाग के साथ-साथ मनरेगा एवं जीविका की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कृषि वानिकी के तहत भी लगभग 88 हजार पौधे लगाए गए हैं। इस अभियान में मिशन हरियाली नूरसराय, गोरैया संरक्षण अभियान आदि जैसी अनेक संस्थाओं ने आगे बढ़कर कार्य किया है जो काफी सराहनीय है। जीविका की दीदियों ने भी अपने अपने घरों में पौधारोपण किया है तथा इन पौधों को सुरक्षित रखने के लिए घेराबंदी का कार्य भी बड़े पैमाने पर किया है। हम सबों के समेकित प्रयास से ही हम अपने उद्देश्य में सफल होंगे।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार, उप विकास आयुक्त राकेश कुमार, नगर आयुक्त अंशु अग्रवाल, निदेशक जू सफारी राजगीर ने भी अपने संबोधन में पर्यावरण के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया।
मौके पर उपस्थित सभी पदाधिकारियों द्वारा पुलिस लाइन मैदान के किनारे एक-एक पौधा लगाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। जिला पदाधिकारी ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर 11 सूत्री शपथ सभी लोगों को दिलाया।इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ, विभिन्न जिला स्तरीय पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल एवं अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।