मधेपर/बिहार : वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कुलपति से मांग किया है कि कोर्स वर्क की परीक्षा के लिए फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया में दूर के विभिन्न जिलों व प्रांतों के शोधार्थियों को हालात सामान्य होने के बाद फॉर्म भरवाने की व्यवस्था हो।
उन्होंने बीएनएमयू कुलपति से फोन पर बात कर इस पर संज्ञान लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि आठ अगस्त से फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके कारण विभिन्न जिलों व प्रांतों से जुड़े शोधार्थी काफी विचलित हैं। क्योंकि कोरोना महामारी के कारण पब्लिक यातायात के साधन पूरी तरह से बन्द हैं और वो विश्वविद्यालय मुख्यालय आकर सारी प्रक्रिया पूरा करने में सक्षम नहीं हैं।
राठौर ने बताया कि इस बाबत कुलपति ने संगठन को आश्वस्त किया है कि महामारी से उत्पन्न इस विषम हालात में फॉर्म नहीं भर पाने वाले अन्य जिलों व प्रांतों के छात्रों के लिए हालात सामान्य होने पर फॉर्म भरवाने की व्यवस्था करवाई जाएगी। उन्होंने संगठन को यह भी आश्वस्त किया कि सभी छात्रों के फॉर्म भरवाने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस दौरान वाम छात्र नेता राठौर ने कुलपति से यह भी मांग किया की बाद में कोर्स वर्क की परीक्षा के फॉर्म भरने वाले छात्रों से विलम्ब शुल्क न लिया जाय। क्योंकि वर्तमान समय में हर किसी की हालत दयनीय हो गई है, इस पर कुलपति ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया। राठौर ने कहा कि इस बाबत सासाराम, पटना, झारखंड, यूपी, दरभंगा, समस्तीपुर से जुड़े शोधार्थी लगातार अपनी परेशानी से अवगत कराते हुए पहल की मांग कर रहे थे। राठौर ने कहा कि उनके संगठन की सर्वोच्च प्राथमिकता सभी छात्रों को बिना किसी बाधा के अवसर प्रदान करवाना है। उनके लिए सभी छात्र समान और महत्वपूर्ण हैं। छात्र नेता सह शोधार्थी राठौर ने कहा कि इस दौर में फॉर्म भरने की प्रक्रिया कोरोना को जानबूझकर आमंत्रण देने जैसा है,वो खुद भी हालत सामान्य होने के बाद शेष शोधार्थियों के साथ ही फॉर्म भरेंगे।