नालंदा/बिहार : जिले में दूसरे राज्यों से आए हुए श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब तक 4378 इच्छुक श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं,एजेंसी के माध्यम से जिला में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इनमें से 4125 श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया है। शेष श्रमिकों को अन्य योजनाओं,एजेंसी के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
इन कार्यों की समीक्षा को लेकर आज जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इन श्रमिकों की सहायता के लिए जिला निबंधन -सह- परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में काउंसलिंग केंद्र बनाया गया है। जहां इच्छुक श्रमिक आकर रोजगार के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें संबंधित योजना , एजेंसी के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में दूरभाष संख्या 7061683337 के माध्यम से भी कार्य दिवस में कार्यालय अवधि में इच्छुक श्रमिक रोजगार के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जिला पदाधिकारी ने जिला योजना पदाधिकारी एवं महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को जिला स्तरीय काउंसलिंग सेंटर के माध्यम से सभी श्रमिकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क स्थापित करने का निर्देश दिया तथा रोजगार के इच्छुक श्रमिकों को संबंधित योजना, एजेंसी के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया। उन्होंने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को प्रतिदिन सभी कार्यकारी एजेंसियों से संवाद स्थापित कर उनकी श्रमिकों की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी लेकर उपयुक्त श्रेणी के इच्छुक श्रमिकों की सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
श्रमिकों के किए गए स्किल मैपिंग के आधार पर लकड़ी से संबंधित कार्य तथा अन्य उपयुक्त कार्य के लिए उपयुक्त स्थल पर क्लस्टर के विकास का प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं अन्य बैंक पोषित योजनाओं के माध्यम से भी अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उपयुक्त प्रोजेक्ट का वित्तपोषण सुनिश्चित कराने का निर्देश एलडीएम रत्नाकर झा को दिया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त राकेश कुमार, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, जिला योजना पदाधिकारी, एलडीएम सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।