दरभंगा/बिहार : जैसा कि मालूम है कि करोना महामारी अभी व्यापक रूप में हर जगह फैली हुई है। इस स्थिति में करोना महामारी से बचाव हेतु बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड पटना, अंतर्गत निबंधित धार्मिक स्थल यथा मस्जिद, इमामबाड़ा आदि के खोले जाने के साथ महत्वपूर्ण सावधानियां बरती जानी अति आवश्यक है।
उक्त बातें दरभंगा शहर के किलाघाट की शाही जामा मस्जिद के इमाम मौलाना वारिस अली ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए दरभंगा जिले के तमाम मस्जिदों के इमामों, कमेटियों तथा सभी अमन पसंद मुसलमानों से खास अपील करते हुए यह उक्त बातें कहीं।
इस खास बैठक में दरभंगा के काज़ी ए शहर मुफ्ती अब्दुल गफ्फार साकिब,नायाब काज़ी मुफ्ती फैजानुल रहमान सुब्हानी, मुल्ला हलीम खान मस्जिद के इमाम मौलाना इमाम हुसैन मिस्बाही, सामाजिक कार्यकर्ता फवाद गजाली, नुरुल इस्लाम आदि भी मौजूद थे।
शाही मस्जिद के इमाम ने बताया कि 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और 10 साल से कम उम्र के बच्चे अपने घरों पर ही नमाज अदा करें। जो भी लोग शारीरिक रूप से बीमार हों वह भी मस्जिद ना आए, मस्जिद में आने से पूर्व ही अपने घरों से वजू बना कर आए, मस्जिद में दाखिल होने से पहले हैंड वॉश जोकि मस्जिद कमेटियों द्वारा रखा जाएगा उससे अच्छी तरह से हाथ पैर धोकर ही मस्जिद के अंदर दाखिल हो। जूते तथा चप्पलों को उसके उचित स्थान पर ही रखें। नमाज के दौरान खासतौर पर सामाजिक दूरी बनाकर ही नमाज अदा करें। संभव हो तो नमाज के लिए घर से अपनी जाए-नमाज लाएं जिसे बिछाकर आप नमाज अदा करें। केवल मस्जिदों में फर्ज नमाज़ ही अदा करें और इसके अतिरिक्त कोई अन्य नमाज अदा ना करें।
मस्जिदों को साफ सुथरा रखने की जिम्मेदारी भी कमेटी पूर्ण रूप से करें। बिना वजह मस्जिद की दीवारों, दरवाजों के हैंडिल, बिजली के बोर्ड वगैरह को छूने से बचें, मस्जिदों में रखे चटाई पर नमाज ना पढ़ें, जुमें के दिन के लिए भी सभी लोगों से खास अपील है कि आम दिनों के नमाज की तरह ही सरकारी आदेशों का पालन अनिवार्य रूप से करें और खास तौर पर इस बात पर भी ध्यान रखा जाए कि मस्जिदों के अंदर भीड़ इकट्ठा़, इस्तिमा, तबलीग, मिलाद, जलसा आदि ना किया जाए।