नालंदा/बिहार : जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह एवं पुलिस कप्तान निलेश कुमार ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक कर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी को हर दिन अपने क्षेत्र अंतर्गत सभी क्वॉरेंटाइन केंद्रों का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान क्वॉरेंटाइन केंद्रों में रह रहे व्यक्तियों से फीडबैक भी लेने को कहा गया है। प्रवासी कामगारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पंचायत स्तर पर भी क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। इन क्वॉरेंटाइन केंद्रों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्थानीय चौकीदार को भी बहाल करने का निर्देश दिया गया है। रेड जोन से आने वाले प्रवासियों के लिए क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर अलग से व्यवस्था करने को कहा गया। सभी आवासित लोगों की नियमित मेडिकल स्क्रीनिंग करने का निर्देश भी दिया गया है।14 दिनों की क्वॉरेंटाइन अवधी पूरा करने वाले प्रवासियों को 7 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन के लिए क्वॉरेंटाइन केंद्रों से छोड़ा जाना है। यह प्रक्रिया कई प्रखंडों में शुरू हो चुकी है। प्रतिदिन 14 दिनों की मियाद पूरी करने वाले वैसे व्यक्तियों को उनके होम क्वॉरेंटाइन के लिए छोड़ा जा रहा है।
क्वॉरेंटाइन केंद्रों से छोड़े जाने वाले सभी प्रवासियों की सूची ब्लॉक के पंचायत के मुखिया को भी उपलब्ध कराने का कहां गया है ताकि पंचायत मुखिया के स्तर से भी संबंधित लोगों के 7 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन की निगरानी की जा सके।सभी प्रवासियों को उनके द्वारा खर्च भाड़ा के अतिरिक्त ₹500, न्यूनतम ₹1000 रुपए उनके बैंक खाता में राज्य सरकार द्वारा अंतरित किया जायेगा। इसके लिए उनका बैंक खाता बिहार राज्य के किसी बैंक में होना अनिवार्य है। सभी प्रवासियों के बैंक खाता का संकलन भी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर किया जा रहा है। इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया।
इस कांफ्रेंसिंग बैठक में जिले के बिहारशरीफ अनुमंडल, राजगीर अनुमंडल और हिलसा अनुमंडल के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी व वरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।