मधेपुरा/बिहार : जिले में लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है, सड़क पर आवाजाही अब कम हो गई है, दिन में वीरानगी छाई रही । हालांकि शाम होते ही कुछ लोग आवश्यक सामग्री की खरीददारी को लेकर घरों से बहार आए । इस दौरान पुलिस लगातार सक्रिय रही. जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी के लिए चहलकदमी कर रहे हैं । जिले में बनाए गए दर्जन भर चेक प्वाइंट पर वाहनों की जांच की जा रही है. नियम का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस लाठी भी चटका रही है । उठक-बैठक भी कराया जा रहा है. पुलिस अधिकारी और जवान बाजार में जाकर खरीददारी करने वाले लोगों को दूरी बनाकर रहने की सलाह दे रहे हैं । एसपी ने थाना चौक एवं मुख्य बाजार के अलावा कर्पूरी चौक व आसपास की दूकानों का भी मुआयना किया । शहर के प्रवेश द्वार पर बना चेक प्वाइंट शहर के प्रवेश द्वार सहित कई जगहों पर चेक प्वाइंट बनाया गया है । यहां पर पुलिस अधिकारी के अलावे जवानों की भी तैनाती की गई है । लाखों रुपये वसूली गई है. जिले के विभिन्न हिस्सों में वाहनों को जब्त कर जुर्माना वसूलने की गति तेज हो गई है ।
निर्देश का पालन नहीं करने पर होगी कड़ी कार्रवाई : लॉक डाउन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सख्त है । जिला प्रशासन द्वारा सभी जगह पर तैनात अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को साफ निर्देश दिया गया है कि किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी । इस बाबत जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, एडीएम उपेंद्र कुमार, एडीएम शिव कुमार शैव, सदर अनुमंडल पदाधिकारी वृंदा लाल, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वसी अहमद समेत सभी वरीय अधिकारी स्वयं जिले का निरीक्षण कर रहे हैं, सभी चौक चौराहों पर जाकर लगातार अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं । जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिया है कि बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर कार्रवाई करने में कोई कोताही ना बरतें । उन्होंने कहा है कि अगर कोई सड़क पर आवागमन करते देखा जाता है तो उनसे उनके आने जाने का कारण पूछे, अगर कारण सही है तो उसे जाने दे, अन्यथा उन पर उचित कार्यवाही करें । वहीं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने भी सभी थानों को साफ निर्देश दिया है कि चौक चौराहों सहित गली मोहल्लों में भी पुलिस बल के द्वारा गलती किया जाए, अगर कोई भी व्यक्ति लॉक डाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाए ।
लोगों को किया जा रहा है जागरूक : सड़कों पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है । सड़को पर आने-जाने लोगों से आने-जाने का कारण पूछा जा रहा है । वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आने-जाने लोगों को सैनिटाइजर से सैनिटाइज किया जा रहा है, साथ ही मुस्तैद पुलिस अधिकारी, पुलिस बल एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपस्थित कर्मियों द्वारा लोगों को लॉक डाउन को लेकर कड़े निर्देश के साथ-साथ सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जा रहा है । बस स्टैंड चौक पर पुलिसकर्मियों द्वारा आने जाने वाले लोगों को जागरुक करते देखा गया । साथ ही पुलिस कर्मियों ने लोगों को घर में रहने, मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने तथा जरूरी पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई । वहीं पुलिस कर्मियों के द्वारा कई लोगों को मास्क भी पहनाया गया ।
प्रदूषण की वजह से हांफने वाले लोग अब राहत महसूस करने लगे : खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ाई के चलते लॉक डाउन के बीच कुछ अच्छ और सकारात्मक चीजें भी सामने आने लगी है । खबर सेहत से जुड़ी हो तो फिर क्या कहना । बीस दिन पहले तक प्रदूषण की वजह से हांफने वाले लोग अब राहत महसूस करने लगे है । अब ग्रीन जोन की तरह मधेपुरा ही नहीं पूरे कोसी क्षेत्र की फिजां बदलने लगी है । इसका मतलब यह कि शहर की आवोहवा सांस लेने के लिहाज से बहुत अच्छी है । इसके चलते सांस और एलर्जी संबंधी समस्या भी घटी हैं । शहर के कई लोगों ने बताया कि कई वर्षों बाद रात के समय आसमान पर तारे साफ दिखाई देने लगे है । इनमें शहर के प्रसिद्ध सर्जन डॉ असीम प्रकाश भी शामिल हैं । कई बार वायु प्रदूषण और गंदगी के मामले में देश में खराब रैंकिंग पा चुके मधेपुरा में फिलहाल, वायु प्रदूषण और स्वच्छता दूसरे जगहों से बेहतर दिख रही है ।
घर में रहना सीख रहे है लोग : कोरोना को लेकर लॉक डाउन का असर दिखने लगा है पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है । लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी जा रही है । बेवजह बिना काम का रोड पर निकलने वालों से पुलिस कड़े रूख से पेश आ रही है । बिना अनुमति वाहन लेकर निकलने वालों की धरपकड़ जारी है । इधर लॉक डाउन के तहत सड़कों पर खासकर एनएच 106 और 107 वीरान पड़ी हुई है । मालवाहक ट्रक व अपातकालीन सेवा से जुड़े लोग ही सड़क पर दिख रहे है । दुकानें बंद है प्रशासन द्वारा निर्धारित समय से ही दुकान खुल रही है तथा लोग एक-एक कर जा रहे हैं ।
फुटकर दुकानदारों की परेशानी ज्यादा : कोरोना वायरस एवं लॉक डाउन से शहर के फुटकर दुकानदारों की परेशानी बढ़ गई है । नित्य दिन 100 व 50 रुपए कमाने वाले फुटकर दुकानदारों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सब्जी व दवा दुकान के अलावे किसी प्रकार की दुकाने नहीं खुल रही है । शहर के बाजार में खाने-पीने की कई अस्थायी दुकाने लगती थी । एक भी दुकाने नहीं लग रही है । फुटपाथ पर लगाने वाले अधिकांश गरीब वर्ग के ही दुकान है । प्रतिदिन दुकान लगाकर 100 व 50 रुपए कमा कर अपने एवं परिवार वालों का पेट भरते थे, पर अब उन सभी फुटकर दुकानदारों के समक्ष आफत हो गई है । ऐसी स्थिति में गरीब तबके के लोगों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है ।