मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस एवं स्नातकोत्तर सेंटर सहरसा के सभी विभागाध्यक्षों एवं ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मधेपुरा एवं एमएलटी काॅलेज सहरसा के प्रधानाचार्यों की एक आवश्यक बैठक शनिवार को केंद्रीय पुस्तकालय में संपन्न हुई, इसकी अध्यक्षता बीएनएमयू प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली ने की। इसमें विशेष रूप से नैक मूल्यांकन, डीसीएफ-1 फार्मेट एवं पीएटी 2020 के आयोजन के संबंध में विचार-विमर्श किया गया एवं आवश्यक निर्णय लिए गए।
प्रति कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा मई तक नैक मूल्यांकन के कार्य को गति दी जायेगी। इसके लिए सहयोग अपेक्षित है, विश्वविद्यालय का आइक्यूए में निबंधन हो चुका है। आगे एसएसआर अपलोड करना है। सभी पदाधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों से अपेक्षा है कि वे अपने कार्यालयों एवं विभागों की सभी आवश्यक सूचनाएं अविलंब आइक्यूए के डायरेक्टर को उपलब्ध कराएं।
प्रत्येक विभाग में एक शिक्षक को दी जायेगी समन्वयक की जिम्मेदारी : प्रति कुलपति ने सभी विभागाध्यक्षों को यह निर्देशित किया कि वे डीसीएफ-1फार्मेट एवं पीएचडी शोध-निदेशक से संबंधित आंकड़े शीघ्र भेजें। पीएटी 2020 के आयोजन तैयारी चल रही है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नैक कमिटी को गतिशील बनाया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक विभाग में एक शिक्षक को समन्वयक की जिम्मेदारी दी जाएगी, जो विभाग उपेक्षित हैं, उनको विशेष सुविधा दी जाएगी।
बैठक में वित्त परामर्शी सुरेशचंद्र दास, डीएसडब्लू डा अशोक कुमार यादव, वाणिज्य विभागाध्यक्ष डा लम्बोदर झा, परीक्षा नियंत्रक डा नवीन कुमार, आईक्यूएसी के डायरेक्टर डा मोहित कुमार घोष, नोडल पदाधिकारी डा अशोक कुमार सिंह, अकादमिक डायरेक्टर डा एमआई रहमान, सीनेटर डा नरेश कुमार, पीआरओ डा सुधांशु शेखर, डा राजकुमार सिंह, डा रीता सिंह, डा सीताराम शर्मा, डा सुनीलचंद्र मिश्र, सुभाष झा, डा भावानंद झा, डा अरूण कुमार, डा आबिद उस्मानी, डा कैलाश प्रसाद यादव, डा कामेश्वर कुमार, डा मनोरंजन प्रसाद, डा बिमल सागर, डा अबुल फजल, डा सिद्धेश्वर काश्यप आदि उपस्थित थे।